फरीदाबाद 14 अप्रैल। भारत सरकार में केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि महापुरुष देश की धरोहर होते हैं। भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की हमारे देश की धरोहर थे। उन्होंने छुआछूत और जाति प्रथा को दूर करने के लिए लंबा संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि शिक्षित बनो, संगठित बनो, अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करो। बाबासाहेब के सपनों को साकार करना है, तो आगे आने वाली पीढ़ियों को शिक्षित करें। शिक्षित व्यक्ति ही देश हित, समाज हित के लिए संगठित होकर कार्य करेंगे। केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने रविवार को बाबा साहेब की 134वीं जयंती के उपलक्ष्य पर विधायक धनेश अदलखा के संयोजन में बड़खल विधानसभा के हार्डवेयर चौक पर बाबा साहेब अंबेडकर जी की प्रतिमा स्थल पर स्वच्छता अभियान चलाकर उन्हें माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। श्री गुर्जर ने विधायक धनेश अदलखा, राष्ट्रीय परिषद् सदस्य संदीप जोशी, जिला अध्यक्ष फरीदाबाद पंकज पूजन रामपाल, बल्लभगढ़ जिला अध्यक्ष सोहनपाल सिंह और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बाबा साहेब की प्रतिमा की साफ़ सफाई कर माल्यार्पण किया । इस दौरान बाबा साहेब अमर रहे, अमर रहे के नारों से कार्यक्रम स्थल गूंज उठा।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने उपस्थित लोगों को भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने भारत को संविधान बना कर दिया और अंतिम व्यक्ति को जगाने का का कार्य किया। भारत रत्न बाबा साहेब ने बड़ी विषम परिस्थितियों के हालातों में शिक्षा ग्रहण की और विदेशी शिक्षा लेकर भी बैरिस्टर की उपाधि प्राप्त की थी। नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार ने बाबा साहेब को सम्मान देने का काम किया है वर्ना कांग्रेस ने तो सदा बाबा साहेब का अपमान करने का कार्य ही किया है। कांग्रेस ने बाबा साहेब के जीवित रहते और उनके निधन के बाद भी उनका अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। जबकि भाजपा बाबा साहेब के जीवित रहते व मरणोपरांत, हमेशा उनके साथ रही और उनसे जुड़े 5 स्थलों -पंचतीर्थ- को विकसित करने का काम किया। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े पंच तीर्थों, उनकी जन्म-भूमि महू, शिक्षा-भूमि लंदन, दीक्षा-भूमि नागपुर, महापरिनिर्वाण-भूमि दिल्ली तथा चौत्य भूमि मुंबई को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना से जोड़ा गया है।
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