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अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस - जे आर सी छात्र छात्राओं ने कहा नशा नाश की जड़

Posted by : pramod goyal on : Friday 28 June 2024 0 comments
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 गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड द्वारा अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर मादक द्रव्य एवम नशा छोड़ो अभियान चला कर जागरूक किया गया तथा नशे के समूल नाश के लिए जागरूक किया।  जूनियर रेडक्रॉस गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि नशे से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बहुत से


व्यक्तियों की मृत्यु तक हो जाती है तथा अन्य कुछ मानसिक तनाव के कारण स्वयं आत्महत्या कर लेते हैं। यह एक बहुत बुरी आदत है जो सरलता से नहीं छूटती भारत में भी इसके विरुद्ध कठोर कानून बने हैं यद्यपि सामाजिक सशक्तिकरण और समाज को नशा मुक्त करने के लिए और भी कठिन कदम उठाने की आवश्यकता है। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि इस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में बढ़ती हुई मद्यपान, तंबाकू, गुटखा, सिगरेट की बुरी आदत एवं नशीले मादक द्रव्यों व पदार्थों के दुष्परिणामों से समाज को अवगत कराना है ताकि मादक द्रव्य एवं मादक पदार्थों के सेवन की रोकथाम के लिए आवश्यक चेतना का निर्माण हो सके। प्राचार्य मनचन्दा ने कहा कि अंतराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस का थीम स्वास्थ्य और मानवीय संकटों में मादक द्रव्य चुनौतियों का समाधान आदि को लक्ष्य कर चुना जाता है। मनचंदा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की सहयोगी संस्था यूनाइटेड नेशनस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम ने सभी सरकारों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों, नगारिक समाजों आदि से लोगों को सुरक्षित करने के लिए आपात कदम उठाने की मांग की है। मादक पदार्थों की अवैध तस्करी को रोकने और मादक पदार्थों के उपयोग की रोकथाम एवम उनके उपचार को सुदृढ़ बनाने की भी मांग की है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा और प्राध्यापिका गीता और सुशीला ने कहा कि नशे का व्यवसाय इस प्रकार हावी है कि प्रत्येक नगर में पिछले कई वर्षों में बड़ी संख्या में नशा मुक्ति केंद्र खोले गए हैं। यहां पर स्मैक, गांजा, हेरोइन, ब्राउन शुगर जैसे नशे से छुटकारा दिलाने का उपचार किया जाता है डॉक्टर्स का कहना है कि हर वर्ष हजारों रोग नशे की आदत का शिकार होते हैं और इनमें से एक चौथाई की मृत्यु हो जाती है। इन में युवाओं की संख्या कहीं ज्यादा है। विद्यालय में ब्रिगेड और जे आर सी छात्राओं अंजली, मनीषा, सिया, एकता, स्नेहा, हर्षिता और खुशी ने मानव श्रृंखला बना कर मादक पदार्थों का सेवन न करने का आग्रह किया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा और प्राध्यापिका गीता ने सभी छात्राओं का कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए तथा जागरूक होने, बनने, पेंटिंग और स्लोगन लेखन द्वारा जागरूक करने के लिए आभार व्यक्त किया।

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