नई दिल्ली:
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान से पहले उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है. इस हलचल की सबसे बड़ी वजह हैं राजा भैया. राजा भैया ने चुनाव से ठीक पहले ऐलान किया है कि उनकी पार्टी इस बार के लोकसभा चुनाव में किसी भी दल को अपना समर्थन नहीं देंगे. राजा भैया के इस ऐलान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. राजनीति के जानकार पांचवें चरण के मतदान से ठीक पहले राजा भैया के इस ऐलान को कई पार्टियों को होने वाले नुकसान के तौर पर भी देख रहे हैं. दरअसल, चुनाव के पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की जिन सीटों पर मतदान होना है उनमें कौशांबी और प्रतापगढ़ की सीट भी शामिल हैं.
इन सीटों पर राजा भैया का सबसे ज्यादा प्रभाव है. ऐसे में राजा भैया का किसी पार्टी को समर्थन ना देने के ऐलान से ये तो साफ है कि जो बिरादरी राजा भैया के साथ है, उनका एकमुश्त वोट अब किसी एक पार्टी के खाते में नहीं जाएगा. अगर ऐसे में कहें कि राजा भैया के एक फैसले ने भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य पार्टी को सारा गणित ही बिगाड़ दिया है, तो कुछ गलत नहीं होगा. उत्तर प्रदेश के कुंडा से मौजूदा MLA राजा भैया सीएम योगी के सत्ता में आने के वक्त से ही बीजेपी को अपना समर्थन देते आए हैं. ऐसे में इस बार मतदान से ठीक पहले उनका यह फैसला बीजेपी के लिए भी हैरान करने वाला है.
No comments :