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फ़रीदाबाद,15 फरवरी। केन्द्रीय ट्रेड यूनियन एवं कर्मचारी संघों की फेडरेशन के संयुक्त आह्वान पर शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल रहेगी। इस हड़ताल में रोड़वेज की बसों का चक्का जाम रहने की संभावना है। नगर निगम के सभी कार्यालयों में काम काज ठप्प रह सकता है। बिजली कर्मियों के दोनों प्रमुख यूनियन हड़ताल में शामिल होने से बिजली दफ्तरों में काम काज नहीं होगा। बिजली की शिकायतों का समाधान नहीं होगा। एचएसवीपी, सिंचाई, स्वास्थ्य,लोक निर्माण,जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, महिला एवं बाल विकास विभाग आदि में हड़ताल का व्यापक असर रहने की संभावना है। औद्योगि
क क्षेत्र में भी हड़ताल का व्यापक असर रहने के आसार हैं। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान करतार सिंह व सचिव युद्धवीर सिंह खत्री ने दावा किया कि हड़ताल पूर्णतः सफल रहेगी। हड़ताली कर्मचारी बीके चोक और मजदूर डीसी आफिस पर एकत्रित हो कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
बिजली कर्मचारियों के प्रमुख ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के नेताओं ने हड़ताल को सफल बनाने के लिए बृहस्पतिवार को सभी सब डिवीजन, डिवीजन, सर्कल,सब स्टेशन, शिकायत केंद्रों का दौरा किया और बैठकों का आयोजन कर कर्मचारियों से हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया। बैठक में यूनियन के राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी ने केंद्र एवं राज्य सरकार की कथित कर्मचारी, मजदूर व किसान विरोधी नीतियों और कर्मचारियों की लंबित मांगों के प्रति उपेक्षपुर्ण रवैए से अवगत कराते हुए 16 फरवरी की हड़ताल में शामिल होने का आव्हान किया। उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रव्यापी हड़ताल में पूरे प्रदेश के बिजली कर्मचारी हजारों की संख्या में हिस्सेदारी करेगे। मोटरसाइकिल के जत्थे के साथ की गई बैठक को
यूनियन के नेता डालचंद शर्मा, मनोज जाखड़ केन्द्रीय सदस्य, कृष्ण कुमार कालीरमन ,सर्कल सचिव, रामचरण पुष्कर टी एस सर्कल सचिव, करतार सिंह,रामकेश सारण, भूप सिंह कौशिक, दिनेश यूनिट प्रधान, देवेंद्र त्यागी, धर्मेंद्र तेवतिया,गिरीश कुमार राजपूत, अशरफ़ खान, यूनिट सचिव, दिगम्बर सिंह, यूनिट वरिष्ठ उपप्रधान, सुरेन्द्र शर्मा यूनिट कैशियर, सुबोध कुमार, परवेश कुमार, सुरेंद्र खटकड़ यूनिट उपप्रधान आदि ने सम्बोधित किया। कर्मचारियों के मुख्य मांगे
कच्चे कर्मचारी को बीच से ठेकेदार निकालकर सीधा निगम बोल कर रखा जाए तब तक समान काम समान वेतन मान लागू किया जाए, ई एस आई सेवा को वेतन से ना जोड़कर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जाना जाय। पुरानी पैँशन लागू की जाए। एक्स ग्रेशिया पॉलिसी तुरंत प्रभाव बिना शर्त के लागू की जाए। 18 महीने का डीए का भुगतान किया जाए।
सभी काम ठेके पर देने की बजाय निगम द्वारा खुद करवाए जाने जाए, नॉन फेटल और फेटल एक्सीडेंट पर सहयोगी कर्मचारी को चार्जशीट प्रताड़ित करना बंद किया जाए। ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी बंद की जाए ।स्वैच्छा से बदली करवाने वाले कर्मचारियों को ही तबादला किया जाए। पेपर पास ना होने पर कर्मचारी को नौकरी से निकालने की बजाय अवसर दिए जाए। नए वेतनमान के अनुसार नए भत्ते जारी किए गए । भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए। निजीकरण प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए आदि मांगे उठाई जाएगी।
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