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जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में चन्द्रशेखर आजाद का बलिदान दिवस मनाया गया

Posted by : pramod goyal on : Tuesday 27 February 2024 0 comments
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 फरीदाबाद, 27 फरवरी - जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के एनएसएस प्रकोष्ठ द्वारा मिशन वन्देमातरम फाउंडेशन, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आज महान स्वतंत्रता सेनानी चन्द्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस को वन्दे मातरम दिवस के रूप में मनाया गया तथा चन्द्रशेखर आजाद के चित्र पर पुष्पाजंलि


अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

इस अवसर पर ‘समर्थ भारत की परिकल्पना राष्ट्रनायक चन्द्रशेखर आजाद के जीवन आदर्शों और संकल्पों को समर्पित’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रहे लोगों को ‘स्वराज रक्षक सम्मान-2024’ से सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर, मिशन वंदेमातरम फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र तिवारी के अलावा विश्वविद्यालय एवं फाउंडेशन के पदाधिकारी तथा कई अन्य गणमान्य अतिथिगण सम्मिलित हुए। विश्वविद्यालय के उप परीक्षा नियंत्रक डाॅ विनोद कुमार ने कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय दिया तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथिगणों का स्वागत किया। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र तिवारी ने मिशन वंदे मातरम के उद्देश्य, कार्य एवं भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
परिचर्चा को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने कार्यक्रम की परिकल्पना एवं आयोजन के लिए मिशन वंदे मातरम फाउंडेशन की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवा पीढ़ी को देश के महान राष्ट्रनायकों के जीवन तथा देश के लिए उनके सर्वोच्च बलिदान से परिचित करवाने का बेहतरीन माध्यम बनते है। उन्होंने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद देश के महान राष्ट्रनायकों में से एक है। देश के लिए उनके सर्वाेच्च बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वतंत्रता संग्राम के महान राष्ट्रनायकों के सर्वाेच्च बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए तथा राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित होकर कार्य करना चाहिए।
परिचर्चा को श्री गजेन्द्र सोलंकी, कवि चरणजीत, वरिष्ठ पत्रकार श्री रमा सोलंकी, प्रसार भारती में सलाहकार श्री उमेश चतुर्वेदी तथा उत्तरप्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री श्री रवीद्र शुक्ला ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर देश के कर्मयोगी प्रखर बुद्धिजीवी, लेखक, पत्रकार, समाजसेवी , चिकित्सक व अध्यापक सहित 18 लोगों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए ‘स्वराज रक्षक सम्मान-2024’ से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के समापन पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. मनीष वशिष्ठ ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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