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ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के वेतन में की गई कटौती के विरोध में जोरदार प्रदर्शन

Posted by : pramod goyal on : Thursday 9 November 2023 1 comments
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 फरीदाबाद 9 नवंबर खंड  विकास और पंचायत अधिकारी फरीदाबाद के कार्यालय द्वारा ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के वेतन में  की गई कटौती के विरोध में आज ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन ने लघु सचिवालय के मुख्य द्वार पर जोरदार प्रदर्शन किया। सरकार की नीतियों से खफा हुए बैठे कर्मचारियों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। कर्मचारी वेतन कटौती वापस लो, रोका गया वेतन बहाल करो के नारे लगा रहे थे। आज के प्रदर्शन की अध्यक्षता  अध्यक्षता जिला प्रधान महेंद्र माढोतिया ने  की, जबकि संचालन जिला सचिव दिनेश पाली ने किया। हड़ताली कर्मचारियों को सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने‌ संबोधित किया। उन्होंने ने बताया कि आज हड़ताल 31वे दिन में प्रवेश कर गई है। एक तरफ यूनियन अपनी मांगों को लेकर लंबी लड़ाई लड़ रही है। दूसरी तरफ अधिकारीयों के द्वारा बिना किसी कारण के वेतन  काट दिया  जाता  है। ‌उन्होंने विभाग के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों पर सरकार के आदेशों की अवहेलना करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब सरकार ने वेतन कटौती का आदेश दिया ही नहीं था। तो बीडीपीओ फरीदाबाद, के कार्यालय को कर्मचारियों के वेतन को नहीं काटना चाहिए था। वैसे भी यह कार्यालय ग्रामी


ण सफाई कर्मचारी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहता है। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को इस कार्यालय के द्वारा सरकार के आदेशों के बावजूद भी पहचान पत्र आज तक नहीं दिए गए हैं। ‌ जबकि पूर्व मंत्री के कार्यकाल में सभी कर्मचारियों को आइडेंटी कार्ड देने का निर्णय कर लिया गया था। जबकि फरीदाबाद जिले के दो ब्लाकों में यह कार्य कर दिया गया लेकिन ब्लॉक फरीदाबाद के कार्यालय में एक कर्मचारी बीडीपीओ से भी अधिक पावर रखता है। वह अधिकारियों को भी गुमराह करता  है।इन  कर्मचारियों  को खजाने से तनख्वाह मिलती है। इनके बिल बीडीपीओ के कार्यालय द्वारा  ट्रेजरी ऑफिस मे भेजे जाते  हैं।  तभी वित्त विभाग से इसको मंजूरी मिलती है। जब कर्मचारी सरकार के अधीन कार्य कर रहा है। तो सरपंचों को ग्रामीण सफाईकर्मी की  गैर हाजिरी लगाने का अधिकार नहीं है। डायरेक्टर पंचायत एवं विकास विभाग ने वर्ष 2018 में सरपंचों से यह अधिकार वापस ले लिया था। उनके पास ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की  हाजिर लगाने का कोई रजिस्टर नहीं होता है। इसके बावजूद भी कुछ गांव के सरपंच कर्मचारियों को परेशान करने के लिए इस प्रकार की कार्रवाई करते हैं। उन्होंने बीडीपीओ को चेतावनी दी है। की यदि कर्मचारीयों के वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो यूनियन काली दिवाली बनाएगी। और दिवाली के दिन बीडीपीओ के निवास पर बल्लभगढ़, में जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। क्योंकि यह अधिकारी बदले की भावना से कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहा हैं‌। जिसका यूनियन डटकर विरोध करेगी। यूनियन की मुख्य मांग में सभी ग्रामीण सफाई यूनियन की मांग है। कि न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए मासिक लागू किया जाए। सभी सफाई कर्मचारियों को पहचान पत्र प्रदान दिए जाएं। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में दो हजार की आबादी पर एक कर्मचारी लगाने के बजाय 400 की आबादी पर एक स्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए। डोर टू डोर सफाई कर्मचारियों को भी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बराबर का वेतन दिया जाए। इनको वर्दी भत्ता भी मिलना चाहिए। यूनियन ने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को काम करने के लिए औजार हेतु ₹500 प्रतिमाह भत्ता देने की मांग की है। प्रत्येक सफाई कर्मचारी को₹500 प्रतिमाह वर्दी धुलाई भत्ता देने के लिए भी सरकार को प्रतिवेदन दिया है। आज की हड़ताली सभा को राजू प्रधान तिगांव, राजू प्रधान बल्लभगढ़ नरेश प्रधान फरीदाबाद के अलावा ओमप्रकाश ,मनोज हंस, सुनील पारछा ने भी संबोधित किया।

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  1. सीटू यूनियन जिंदाबाद

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