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फरीदाबाद 24 जून - अपनी लम्बित मांगों की प्राप्ति के लिए आगामी 8 जुलाई को ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन जोनल स्तर की रैली करेगी। इसके बाद कैबिनेट मंत्री मूलचंद के आवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। इस आक्रोश प्रदर्शन में पलवल, नूंह, गुड़गांव, के ग्रामीण सफाई कर्मचारी भी भाग लेंगे। यह निर्णय रैली की तैयारी के सिलसिले में आज शनिवार को स्थानीय नाहर सिंह पार्क बल्लभगढ़, में संपन्न हुई जिला कार्यकारिणी की बैठक में में लिया गया। इस मीटिंग की अध्यक्षता यूनि
यन के जिला प्रधान महेंद्र सिंह माढोतिया ने की, जबकि संचालन जिला सचिव दिनेश पाली ने किया। इस अवसर पर सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला सचिव ने बताया कि यूनियन ने आंदोलन करके कई मांगों को लागू करवाने में सफलता हासिल की। लेकिन कर्मचारियों को पक्का करने, समान काम के लिए समान वेतन देने, और ग्रामीण क्षेत्रों में 400 की आबादी पर एक ग्रामीण सफाई कर्मचारी लगाने, वेतन में वार्षिक बढ़ोतरी और महंगाई भत्ता देने, एक्स ग्रेशिया नीति लागू करने, सभी के लिए काम के औजार उपलब्ध कराने, सहित भत्ता आदि देने जैसे मुद्दे अभी लंबित है। सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पक्का करने के सवाल पर सरकार टालमटोल की नीति अपनाती रही है। उसी तरह कर्मचारियों की नियुक्ति का पैमाना आज भी 2001 वाली जनसंख्या के आधार पर दो हजार पर एक कर्मचारी, पांच हजार पर दो कर्मचारी और दस हजार पर चार कर्मचारीयों को रखने का जो पैमाना तय किया गया था। आज भी वही है। इस पैमाने को बदलने को सरकार तैयार नहीं है। लेकिन 16 वर्षों में जनसंख्या काफी बढ़ चुकी है। जिसके कारण कर्मचारियों पर काम का बोझ लगातार बढ रहा है। इसलिए सरकार से यूनियन ने शहरों में बढ़ती हुई जनसंख्या के आधार पर 400 की आबादी पर एक कर्मचारी को लगाने की मांग की। लेकिन सरकार का रुख सकारात्मक नहीं है। आज ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी बढ़ रही है। लेकिन कर्मचारीयों की संख्या नहीं बढ़ाई जा रही है। इतने कम कर्मचारियों में गांव को साफ सुथरा रखना मुमकिन नहीं है। सरकार कर्मचारियों को बदनाम करने के लिए काम नहीं करते हैं। का बहाना बनाती है। सरकार और अधिकारी बहाना बनाकर हाजिरी लगाने के नाम पर आज सफाई कर्मचारियों को बेगारी की तरफ धकेल रहे हैं। यूनियन हाजिरी लगाने के खिलाफ नहीं है। यदि हाजिरी लगानी है। तो ब्लॉक में कुछ गांवों का जौन बनाकर उन पर एक सुपरवाइजर लगा दिया जाए। जो काम की जांच पड़ताल करे। और चार सौ की आबादी पर एक कर्मचारी की भर्ती की जाए। तभी गांव साफ सुथरा बन सकते है। लेकिन सरकार इसके लिए तैयार नहीं है। इसलिए यूनियन ने मांगों को लागू करवाने के लिए आंदोलन करने का निर्णय लिया। मीटिंग के बाद यूनियन ने नाहर सिंह पार्क से लेकर अंबेडकर चौक तक जूलूस भी निकाला। बैठक को तिगांव के प्रधान राजू, बल्लभगढ़ के राजु निरीयाला, महेंद्र आदि ने भी संबोधित किया।
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