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आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की हड़ताल सरकार के साथ समझौता वार्ता के बाद से वापस

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 6 April 2022 0 comments
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 फरीदाबाद- प्रदेश में 8 दिसंबर  से जारी आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की हड़ताल सरकार के साथ समझौता वार्ता संपन्न होने के बाद से वापस ले ली गई है। ज्ञातव्य है। कि आज हड़ताल को 119 दिन पूरे हो गए। आज फरीदाबाद की तमाम आगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत वर्कर एवम् हेल्पर स्थानीय लघु सचिवालय के पार्क में एकत्रित होनी शुरू हो गई थी। यहां पर हुई सभा की अध्यक्षता देवनदेरी शर्मा ने  की जबकि सभा का संचालन जिला सचिव माल वाती ने किया। इस मौ


के पर सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल विशेष रुप से उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि अधिकारियों से वार्तालाप के बाद हड़ताल वापस ले ली गई है। इसलिए  सभी वर्करों और हेल्परों ने आज से ही अपने केंद्रों को खोल  कर काम शुरू कर दिया है।

आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की राज्य तालमेल कमेटी के प्रतिनिधि मंडल को डायरेक्टर और डिप्टी डायरेक्टर, महिला एवं बाल विकास विभाग, हरियाणा ने 4 अप्रैल को पंचकुला में वार्ता लाप के लिए बुलाया था। इस मीटिंग में  विभाग की संयुक्त  निदेशक द्वारा प्रतिनिधिमंडल को बताया गया की विभाग द्वारा सभी बर्खास्त आंगनवाड़ी वर्कर्स और हैल्पर्स की सेवा बहाल की जाएगी और किसी किस्म की प्रताड़ना की कार्यवाही नहीं होगी। साथ ही 17 मार्च को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी. उमा शंकर की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में मांगों पर बनी सहमति को लागू किया जाएगा। गौरतलब रहे कि 17 मार्च को हुई बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर के अलावा वित्तायुक्त  एवं प्रधान सचिव महिला एवम बाल विकास आदि मौजूद थे। बैठक में हड़ताल के दौरान का 100 रूपये प्रतिमाह कटौती के साथ मानदेय जारी करने और आंदोलन के दौरान तमाम पुलिस केस वापस लेने की बात स्वीकार कर ली गई थी। केस टू केस बर्खास्तगी के मामले में बात अटकी हुई थी। जिस बारे निदेशक ने वार्ता में बताया की सभी वर्कर्स और हेल्पर्स को ड्यूटी पर लिया जाएगा। और किसी के खिलाफ प्रताड़ना की कोई कार्यवाही नहीं होगी। इसी वार्ता के आधार पर संयुक्त तालमेल कमेटी ने 8 दिसम्बर, 2021 से प्रदेश में चल रही आंगनवाड़ी वर्कर्स और हैल्पर्स की हड़ताल को स्थगित करने का निर्णय लिया है। और सरकार से अपील की है। की वह स्वीकृत मुद्दो व मांगो का जल्द समाधान करे।

 तालमेल कमेटी  नेता देवेंद्री शर्मा,  ने बताया कि 8 दिसंबर से जारी इस आंदोलन के दौरान कई मांगे हासिल की गई हैं। जिसमे रिटायरमेंट लाभ के रूप में आंगनवाड़ी वर्कर को 1 लाख और हेल्पर को 50,000 रुपए आंगनवाड़ी वर्कर के मानदेय में 850 रूपये, मिनी आंगनवाड़ी वर्कर के मानदेय में 762 रूपये व हेल्पर के मानदेय में 736 रूपये की बढ़ौतरी, मानदेय को महगांई भत्ते के साथ जोड़कर हर साल मानदेय में बढ़ोतरी,  कोविड में काम करने के लिए 1000 रूपये एकमुस्त भत्ता।, गांव में आंगनवाड़ी केंद्र के किराए में बढ़ोतरी जो गांव में 1000 व शहरो में 4000 रूपये, रिटायरमेंट से पूर्व मृत्यु पर आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर के आश्रितों को तीन लाख रुपए मुआवजा, वर्कर से सुपरवाइजर की पद्दौनती 25 प्रतिशत बढ़ाकर 50 प्रतिशत की। पहले आयु सीमा 45 वर्ष थी जिसे खतम कर दिया गया, वर्कर्स और हेल्पर्स को आयुष्मान योजना के साथ जोड़ने, प्रत्येक वर्कर को मोबाइल खरीद के लिए 9000 रूपये का निर्णय सरकार से करवाया गया है। प्रधानमंत्री की 1500, 750  रूपये की घोषणा को लागू करवाने की मांग भविष्य में आंदोलन का हिस्सा रहेगी। आगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर की यूनियन की जिला कमेटी ने उन तमाम संगठनों एवं व्यक्तियों, जिन्होंने हमारे आंदोलन का समर्थन किया एवं एकजुटता प्रकट की, का हृदय से आभार प्रकट किया है।

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