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होली पूजन के दौरान महिलाओं की भीड़ के बीच हुआ झगड़ा।पूजा के बाद होली की परिक्रमा के दौरान एक दूसरे के साथ मारपीट।होली पहले पूजने पर हुआ विवाद।एक दूसरे के बीच पूजा स्थल से महिलाओं के बीच झगड़े की तस्वीर आई सामने।
जहां एक और होली का पर्व आपसी भाईचा
रा और सौहार्द का प्रतीक माना जाता है वहीं दूसरी ओर होलिका पूजन करने आई महिलाओं के बीच में हुए झगड़े के चलते इस त्यौहार का अर्थ ही बदल गया क्योंकि मामूली से विवाद को लेकर इन महिलाओं में आपस में झगड़ा इतना बढ़ गया कि यह एक दूसरे के ऊपर पूजा में इस्तेमाल होने वाली तालियों से भी हमला करती नजर आई आपको बता दें कि पूरा वाक्य बल्लभगढ़ के समीप शनि मंदिर का बताया जा रहा है जहां हर साल की भांति होलिका दहन की पूजा की जा रही थी आसपास के इलाकों से भारी संख्या में महिलाएं होलिका पूजन करने पहुंचेगी उसी दौरान कुछ महिलाओं का आपस में पूजा करने को लेकर विवाद हो गया जिसके बाद मामला इतना बढ़ गया कि एक दूसरे के साथ हाथापाई करने की नौबत आन पड़ी हालांकि इस पूरे मामले में किसी को भी कोई गंभीर चोट नहीं आई है लेकिन होलिका पूजन के दौरान हुए इस झगड़े के बाद स्थानीय लोगों में कहीं न कहीं रोष दिखाई दिया क्योंकि यह त्यौहार भाईचारा और शांति का प्रतीक माना जाता है और इसी त्यौहार पर यदि महिलाएं इस तरीके का आपस में बर्ताव करेंगे तो इसे क्या समझा जाए वही पूजा करने आई महिलाओं से जब इस पूरे मामले पर बात की गई तो उन्होंने इस मामले पर तो कुछ भी कहने से मना कर दिया लेकिन उन्होंने बताया कि यह त्योहार भाईचारा बढ़ाने के लिए मनाया जाता है और हिंदू रीति रिवाज में इस त्यौहार का एक अलग ही महत्व माना गया है क्योंकि पिछले 2 सालों से जिस तरीके से पूरे देश के अंदर कोरोनावायरस ने पैर पसारे हुए थे तो सभी तरह के त्योहारों पर रोक लगाने के चलते लोग त्योहार नहीं मना पा रहे थे लेकिन इस बार कहीं कोरोना से राहत के चलते इस त्यौहार को लोग धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रहे हैं
रा और सौहार्द का प्रतीक माना जाता है वहीं दूसरी ओर होलिका पूजन करने आई महिलाओं के बीच में हुए झगड़े के चलते इस त्यौहार का अर्थ ही बदल गया क्योंकि मामूली से विवाद को लेकर इन महिलाओं में आपस में झगड़ा इतना बढ़ गया कि यह एक दूसरे के ऊपर पूजा में इस्तेमाल होने वाली तालियों से भी हमला करती नजर आई आपको बता दें कि पूरा वाक्य बल्लभगढ़ के समीप शनि मंदिर का बताया जा रहा है जहां हर साल की भांति होलिका दहन की पूजा की जा रही थी आसपास के इलाकों से भारी संख्या में महिलाएं होलिका पूजन करने पहुंचेगी उसी दौरान कुछ महिलाओं का आपस में पूजा करने को लेकर विवाद हो गया जिसके बाद मामला इतना बढ़ गया कि एक दूसरे के साथ हाथापाई करने की नौबत आन पड़ी हालांकि इस पूरे मामले में किसी को भी कोई गंभीर चोट नहीं आई है लेकिन होलिका पूजन के दौरान हुए इस झगड़े के बाद स्थानीय लोगों में कहीं न कहीं रोष दिखाई दिया क्योंकि यह त्यौहार भाईचारा और शांति का प्रतीक माना जाता है और इसी त्यौहार पर यदि महिलाएं इस तरीके का आपस में बर्ताव करेंगे तो इसे क्या समझा जाए वही पूजा करने आई महिलाओं से जब इस पूरे मामले पर बात की गई तो उन्होंने इस मामले पर तो कुछ भी कहने से मना कर दिया लेकिन उन्होंने बताया कि यह त्योहार भाईचारा बढ़ाने के लिए मनाया जाता है और हिंदू रीति रिवाज में इस त्यौहार का एक अलग ही महत्व माना गया है क्योंकि पिछले 2 सालों से जिस तरीके से पूरे देश के अंदर कोरोनावायरस ने पैर पसारे हुए थे तो सभी तरह के त्योहारों पर रोक लगाने के चलते लोग त्योहार नहीं मना पा रहे थे लेकिन इस बार कहीं कोरोना से राहत के चलते इस त्यौहार को लोग धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रहे हैं
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