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आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन ने हड़ताल आगे बढ़ाई

Posted by : pramod goyal on : Monday 7 February 2022 0 comments
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 फरीदाबाद 7 फरवरी  आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन ने हड़ताल आगे बढ़ाई। इस बाबत उपायुक्त फरीदाबाद को उनके कार्यालय में जाकर ज्ञापन दिया गया। यह जानकारी सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने दी।इस मौके पर यूनियन की राज्य प्रधान देविंदेरी शर्मा, सीटू के जिला प्रधान  निरंतर पाराशर, जिला सचिव मालवाती, वरिष्ठ उपप्रधान सुरेंद्री, जिला कोषाध्यक्ष सीमा यादव,और अनीता भी  उपस्थित रहे। उधर उपायुक्त कार्यालय के बाहर हड़ताली आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर को सीटू के महासचिव जय भगवान ने संबोधित किया। सबसे पहले उन्होंने हड़ताली कर्मचारियों को सफल हड़ताल करने के लिए बधाई दी। और सरकार को चेतावनी दी कि जब तक मांगों का समाधान नहीं हो जाता है। तब


तक हड़ताल लगातार जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि 8 और 9 फरवरी को प्रदेश के तमाम भारतीय जनता पार्टी के विधायकों और मंत्रियों के कार्यालयों और आवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद 10 फरवरी को सर्किल सतर पर प्रदर्शन होंगे। 11 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष के कार्यालयों पर धरने प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। उसके बाद 14 तारीख को राज्य स्तरीय आंदोलन सीएम सिटी करनाल में आयोजित किया जाएगा। सभी आंगनबाड़ी वर्करों और सहायिकाओं को उन्होंने भारी संख्या में 14 फरवरी को करनाल पहुंचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि करनाल से घर वापसी मांगों को लागू करने के बाद ही होगी। उन्होंने बताया कि 8 दिसंबर से हड़ताल जारी है। सरकार मांगों को लागू करने के बजाएं हड़ताली कर्मचारियों के घरों में नोटिस भेजकर उन्हें प्रताड़ित कर रही है। तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर हड़ताल को कमजोर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन हड़ताली कर्मचारी ने संकल्प ले लिया है। कि जब तक मांगों का समाधान नहीं होगा तब तक हड़ताल पर ही रहेंगे। हड़ताली कर्मचारी की मुख्य मांगों में प्रधानमंत्री के द्वारा वर्क र और हेल्पर के वेतन में साढे सात सौ रुपए और 1500 रुपए की बढ़ोतरी को लागू करना, वर्ष 2018 में की गई कुशल और अकुशल की घोषणा को लागू करते हुए महंगाई भत्ते की किस्त को मानदेय में जोड़ कर देना। इसके अलावा आगनबाड़ी वर्करों हेल्परों को सेवानिवृत्त होने से पहले साधारण दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्चा देना, मृत्यु होने पर अन्य विभागों की तर्ज पर तीन लाख रूपए का मुआवजा देना,और मृतक के आश्रित को नौकरी देना, आगनबाड़ी वर्करों को सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नत करना, आईसीडीएस के निजीकरण पर रोक लगाना, ऑनलाइन काम को समाप्त करके ऑफलाइन काम का ऑप्शन जारी रखना, इत्यादि हैं। आज के प्रदर्शन को कामरेड शिव प्रसाद, जिला सचिव मालव ती, वरिष्ठ प्रधान सुरेंद्र री, कोषाध्यक्ष सीमा, राधा शर्मा, अनीता ने भी संबोधित किया।

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