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ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन जिला कमेटी फरीदाबाद ने अपने 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा

Posted by : pramod goyal on : Monday 28 February 2022 0 comments
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 फरीदाबाद 28 फरवरी ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन जिला कमेटी फरीदाबाद ने अपने 11 सूत्री मांगों  का ज्ञापन आज सोमवार  को राज्य के पंचायत एवं विकास मंत्री के नाम  डीडीपीओ फरीदाबाद को सौंपा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिले


के सभी ग्रामीण इलाकों में कार्यरत सफाई कर्मचारी टाउन पार्क सेक्टर 12 में एकत्रित हुए। यहां से जुलूस की शक्ल में लघु सचिवालय पहुंचे। प्रदर्शनकारी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पक्का करो, न्यूनतम वेतन लागू करो  के नारे लगा रहे थे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व राज्य के प्रधान देवी राम, सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल एवं जिला सचिव दिनेश पाली ने संयुक्त रूप से किया। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए देवी राम और वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि राज्य के पंचायत एंड विकास मंत्री उनकी मांगों को लागू करना तो दूर रहा यूनियन  शिष्टमंडल को बातचीत के लिए समय भी नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि 12 मार्च तक  वार्तालाप समय यूनियन को नहीं दिया गया तो 13 मार्च को प्रदेश के हजारों ग्रामीण सफाई कर्मचारी पंचायत एंड विकास मंत्री के आवास पर टोहाना में विरोध प्रदर्शन करेंगे।यूनियन की मुख्य मांगों में राज्य विधानसभा में नई नीति बनाकर  ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए।  ग्रामीण सफाई कर्मचारियों सीधी भर्ती  की प्रक्रिया शुरू की जाए। दो हजार के बजाएं नगरपालिका की तर्ज पर 400 की आबादी पर एक सफाई कर्मचारी की सीधे भर्ती की जाए।  इसके साथ साथ ठेकेदारी प्रथा के तहत  डोर टू डोर लगाए गए कर्मचारियों को विभाग के पैरोल पर लिया जाए। और उन्हें ग्रामीण  सफाई कर्मचारियों की तरह वेतन और भत्ते दिए जाएं।ग्रामीण सफाई कर्मचारी की मृत्यु होने पर अनुग्रह पूर्वक अनुदान राशि के तहत मृतक कर्मचारी के आश्रित को नौकरी प्रदान की जाए। जब तक रेगुलर कर्मचारी नहीं होते हैं। तब तक  न्यूनतम वेतन ₹24000 दिया जाए। इसके साथ-साथ वेतन में गैर बराबरी को समाप्त किया जाए। कर्मचारियों के बच्चों की शादी के लिए विभाग की गारंटी पर बैंक से दो लाख रुपए का लोन देने की मंजूरी प्रदान की जाए।ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को अन्य विभागीय कर्मचारियों की तरह अवकाश दिया जाए। बीमार होने पर आकाश के साथ वेतन दिया जाए। एक साल में कम से कम 20 दिन का अवकाश दिया जाए।ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को विशेष कर्मचारी का दर्जा देकर आवास की सुविधा प्रदान की जाए। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के लिए काम करने के औजार पंचायतों के रहमों करम पर देने के बजाय ब्लॉक के द्वारा वितरित किए जाएं। इत्यादि हैं। आज के प्रदर्शन को सुनील परचा, राजू, नरेश, ने भी संबोधित किया।

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