नई दिल्ली:
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC Meeting) की शनिवार को पार्टी मुख्यालय में बैठक हुई, जि
समें सांगठनिक चुनाव एक साल के भीतर पूरे करा लेने पर सहमति बनी. बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने पार्टी के असंतुष्ट नेताओं पर निशाना साधा. जी-23 के असंतुष्ट नेताओं को नसीहत देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैं पार्टी की पूर्णकालिक अध्यक्ष हूं और मुझसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है. सोनिया गांधी ने पेट्रोल-डीजल औऱ घरेलू गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों, अर्थव्यवस्था की हालत, किसान आंदोलन और लखीमपुर खीरी कांड (lakhimpur kheri) को लेकर मोदी सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार सब कुछ बेचने पर तुली हुई है.
सोनिया गांधी ने पार्टी के भीतर आलोचकों खासकर 'जी -23' की ओर इशारा करते हुए "पूर्णकालिक और सक्रिय कांग्रेस अध्यक्ष" के रूप में अपनी स्थिति को रेखांकित किया. जी-23 के नेता लंबे समय से संगठन में व्यापक बदलाव और प्रभावी नेतृत्व के लिए चुनाव की वकालत कर रहे हैं.
उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘अगर आप मुझे बोलने की इजाजत दें तो मैं पूर्णकालिक और सक्रिय अध्यक्ष हूं..." उन्होंने जी 23 नेताओं को नसीहत देते हुए कहा, ‘‘मैंने सदा स्पष्टवादिता की सराहना की है. मुझसे मीडिया के जरिये बात करने की जरूरत नहीं है. इसलिए हम सभी यहां खुली और ईमानदार चर्चा करते हैं, लेकिन इस चारदीवारी से बाहर जो बात जाए वो सीडब्ल्यूसी का सामूहिक फैसला होना चाहिए.''
सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस को फिर से मजबूत करने के लिए आत्मसंयम और अनुशासन की जरूरत है. सोनिया गांधी ने कहा कि पूरा संगठन कांग्रेस को दोबारा खड़ा करना चाहता है, लेकिन इसके लिए एकता और पार्टी के हितों को सर्वोपरि रखने की जरूरत है. इन सबसे बढ़कर आत्म-नियंत्रण और अनुशासन की आवश्यकता है.
No comments :