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भारत ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) में 7 मेडल अपने नाम कर लिए हैं. ये संख्या और भी बढ़ सकती है, मगर खिलाड़ियों के पास सुविधा की कमी के कारण ये संख्या नहीं बढ़ी है. बॉक्सर रितु की कहानी मर्मस्पर्शी है. वो अपने पिता और घर चलाने के लिए पार्किंग (Parking) की पर्चियां काटती हैं. जिस हाथ में बॉक्सिंग के ग्लव्स होने चाहिए थे, उस हाथ में पर्चियां हैं. ऐसे कैसे बढ़ेगा इंडिया? अपनी स्थिति पर बॉक्सर रितु बताती हैं कि उनको अपने घर का खर्च चलाने के लिए यह काम करना पड़ रहा है. उनके पिता बीमार चल रहे हैं, ऐसे में घर चलाने के लिए उन्हें अपने गेम को छोड़ना पड़ गया. वैसे रितु को तो अपना गेम छोड़ना पड़ा,
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