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फरीदाबाद । नगर निगम प्रशासन द्वारा हरियाणा सरकार के निर्णय के व आऊटसोर्सिंग पॉलिसी के खिलाफ गत दिनों ठेकाप्रथा के माध्यम से तीन महीने के लिए लगाए गए सफाई कर्मचारियों का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। नगर निगम पालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा की इकाई नगर निगम फरीदाबाद सफाई कर्मचारी यूनियन दो दिन से लगातार निगम प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर हरियाणा सरकार के फैसले अनुसार ठेकाप्रथा लागू करने का विरोध कर रहे है।सफाई कर्मचारी यूनियन ने आज सख्त रूख अपनाते हुए निगम प्रशासन को चेतावनी दे डाली अगर 19 जुलाई तक ठेकेप्रथा में लगे कर्मचारियों को नहीं हटाया तो निगम कर्मचारी टूल डाऊन हड़ताल पर चलें जाएगें। विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर ने की तथा मंच का संचालन यूनियन के सचिव सोमपाल झिझोटिया ने किया।
कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने निगम प्रशासन पर कर्मचारी आन्दोलन को भडक़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि संघ व सरकार के बीच 24 मई को हुए समझौते के अनुसार प्रदेश की किसी भी पालिका, परिषद व निगम में पूर्व में चल रहे सफाई के ठेकों की न तो अवधि बढ़ाई जाएगी और न ही कोई नया ठेका दिया जाएगा, लेकिन निगम प्रशासन द्वारा सभी नियम कानूनों को ताक पर रखकर तीन महीने के लिए 210 सफाई कर्मचारी लगाना सरकार के खिलाफ आन्दोलन करने के लिए उकसाने वाली कार्यवाही है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में प्रदेश की पालिका, परिषद व निगमों में ठेकेदारी प्रथा को लागू नहीं होने दिया जाएगा चाहे इसके लिए प्रदेश के कर्मचारियों को पुन: अनिश्चिकालीन हड़ताल पर क्यों न जाना पड़े।
आज की विरोध सभा में अन्य के अलावा कर्मी नेता गुरूचरण खाण्डिया, नानकचंद खैरालिया, श्रीनंद ढकोलिया, जितेन्द्र, सुदेश कुमार, बल्लू चिण्डालिया, प्रेमपाल व महिला नेता माया, शकुन्तला, कमला, सुनीता आदि ने सम्बोधित किया।
कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने निगम प्रशासन पर कर्मचारी आन्दोलन को भडक़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि संघ व सरकार के बीच 24 मई को हुए समझौते के अनुसार प्रदेश की किसी भी पालिका, परिषद व निगम में पूर्व में चल रहे सफाई के ठेकों की न तो अवधि बढ़ाई जाएगी और न ही कोई नया ठेका दिया जाएगा, लेकिन निगम प्रशासन द्वारा सभी नियम कानूनों को ताक पर रखकर तीन महीने के लिए 210 सफाई कर्मचारी लगाना सरकार के खिलाफ आन्दोलन करने के लिए उकसाने वाली कार्यवाही है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में प्रदेश की पालिका, परिषद व निगमों में ठेकेदारी प्रथा को लागू नहीं होने दिया जाएगा चाहे इसके लिए प्रदेश के कर्मचारियों को पुन: अनिश्चिकालीन हड़ताल पर क्यों न जाना पड़े।
आज की विरोध सभा में अन्य के अलावा कर्मी नेता गुरूचरण खाण्डिया, नानकचंद खैरालिया, श्रीनंद ढकोलिया, जितेन्द्र, सुदेश कुमार, बल्लू चिण्डालिया, प्रेमपाल व महिला नेता माया, शकुन्तला, कमला, सुनीता आदि ने सम्बोधित किया।
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