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फरीदाबाद के एक निजी स्कूल में मार्गदर्शन संस्था कमेटी टू रोड सेफ्टी
द्वारा यूनियन थर्ड गलोबल रोड सेफ्टी सफ्ताह मनाया गया, ये सफ्ताह आज पूरे
विश्व के प्रत्येक देश में मनाया जा रहा है, जिसकी थीम सेव किड्स लीवस यानि
की बच्चों को सडक पर कैसे बचाया जाये रखी गई। इस मौके पर फरीदाबाद विधायक
विपुल गोयल और आई जी रेंक के अधिकारी आलोक मित्तल ने बच्चों को सडक सुरक्षा
के बारे में बताया।
आये दिन हो रही सडक दुर्घटनाओं में लोगों की मरने की खबरों से तो आप भली
भांति परिचित ही होंगे, छोटी - छोटी लापरवाही किस तरह घातक बन जाती है, ऐसा
ही कुछ आज फरीदाबाद के एक निजी स्कूल में मार्गदर्शन संस्था कमेटी टू रोड
सेफ्टी द्वारा यूनियन थर्ड गलोबल रोड सेफ्टी के मनाये जा रहे सफ्ताह के
दौरान एक वीडियों डिस्प्ले करके दिखाया कि किस तरह से मोबाईल फौन सडक पर
प्रयोग करने के दौरान घातक बन सकता है . एक युवक अपनी बेटी के साथ शॉपिंग
मॉल में आता है और फोन पर व्यस्त होने के कारण जल्दबाजी में अपनी बेटी को
मॉल में ही छोड कर भाग लेता है। जब उसे रास्ते में याद आती है तो जल्दबाजी
में वापिस होते समय उसका एक्सीडेंट हो जाता है। रोड पर चलते समय करने
वाली गलतियों के बारे में भी इस आयोजन में दर्शाया गया, आयोजन फरीदाबाद के
एक निजी स्कूल में आयोजित किया गया. जिसमें फरीदाबाद के विधायक विपुल गोयल
और आई जी रेंक के अधिकारी आलोक मित्तल ने शिरकत की. आयोजन में मुख्यअतिथि
और विशिष्ठ अतिथि ने बच्चों को सडक सुरक्षा के नियमों के बारे में बताया और
अपने साथ-साथ बच्चों को भी कभी भी सडक नियमों की उलंघना न करने की शपथ
दिलाई।
इस
बिषय में मुख्यअतिथि आलोक मित्तल ने बताया कि आज पूरे संसार के सभी देशों
में यूनियन थर्ड गलोबल रोड सेफ्टी सफ्ताह मनाया जा रहा है, इसके अर्तगत एक
थीम रखी गई है वो हैं सेव किड्स लीवस यानि की बच्चों को सडक पर कैसे बचाया
जाये। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रतिबर्ष पूरे देश में लगभग एक लाख चालीस
हजार लोग सडक दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं और हरियाणा प्रदेश में लगभग
साढे चार हजार राहगीर सडक दुर्घटना में मारेे जाते हैं। जिसमें
दोपहिया वाहन चालक और पैदल सफर करने वाले निम्र वर्ग के लोग मारे जाते हैं जो बडे ही दुख की बात है क्योंकि से निम्न वर्ग के परिवार को चलाने वाले होते हैं। इसलिये उन्होंने फरीदाबाद के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को सूचित किया है कि वो भी अपने अपने स्कूलों में रोड सेफ्टी के कार्यक्रम आयोजित करें ताकि आने वाली पीडी और देश के भविष्य बच्चे सडक नियमों के बारे में जान सके।
दोपहिया वाहन चालक और पैदल सफर करने वाले निम्र वर्ग के लोग मारे जाते हैं जो बडे ही दुख की बात है क्योंकि से निम्न वर्ग के परिवार को चलाने वाले होते हैं। इसलिये उन्होंने फरीदाबाद के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को सूचित किया है कि वो भी अपने अपने स्कूलों में रोड सेफ्टी के कार्यक्रम आयोजित करें ताकि आने वाली पीडी और देश के भविष्य बच्चे सडक नियमों के बारे में जान सके।
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