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फरीदाबाद 11 नवंबर विभिन्न मांगों की प्राप्ति के लिए आशा वर्कर यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज बुधवार को कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के आवास पर प्रदर्शन किया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आशा वर्कर वाईएमसीए चौक पर एकत्रित हुई। यहां से प्रदर्शन करती हुई मंत्री के निवास पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व यूनियन की जिला प्रधान हेमलता सीटू के जिला प्रधान निरं
तर पराशर एवं जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने संयुक्त रूप से किया। सरकार से नाराज हुई बैठी आशा वर्करों ने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने आशाओं को पक्का करो जब तक नियमित नहीं होते हैं तब तक न्यूनतम वेतन लागू करो के नारे लगाए। मंत्री के निवास पर नहीं होने की वजह से उनके भाई श्री टिपर चंद शर्मा जी को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम 7 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपते हुए जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि आशा वर्कर विगत सात अगस्त से संघर्षरत हैं। लेकिन इनकी जायज मांगों को लागू नहीं किया जा रहा है। आशाओं की मुख्य मांगों में कोरोना काल में काम कर रही आशा वर्करों को जोखिम भत्ते के तौर पर चार हजार रूपए दिए जाएं । इसके साथ साथ राज्य सरकार की तरफ से एक हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि का 50% धन राशि का और भुगतान किया जाए। इसके अलावा गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटना के शिकार आशाओं को सरकार के पैनल के अस्पतालों में इलाज करने की सुविधा प्रदान की जाए तथा आशाओं को ग्राम के सत्र का रेगुलर कर्मचारी बनाया जाए जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता है तब तक हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए और इसे महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए। इसके अलावा सभी आशाओं को ईएसआई और पीएफ की सुविधा भी प्रदान की जाए। इसके साथ साथ आशा वर्करों को हेल्थ वर्कर का दर्जा दिया जाए। और 2018 की नोटिफिकेशन के सभी निर्णयों को लागू किया जाए। इसके अतिरिक्त दसवीं से कम पढ़ी हुई किसी भी आशा वर्कर की किसी भी सूरत में छटनी नहीं की जाए। आशा की रिटायरमेंट की उम्र भी बढ़ाकर 65 साल ही रखी जाए। आज के प्रदर्शन को जिला सचिव सुधा पाल, सुशीला, नीलम जोशी, पूजा गुप्ता, आदि ने संबोधित किया।
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