फरीदाबाद 07 नवम्बर । केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि वंदेमातरम् सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा और स्वतंत्रता आंदोलन की प्रेरणा का प्रतीक है । इसकी रचना महान साहित्यकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने 1870 के दशक में की और रवींद्रनाथ टैंगौर ने इसे पहली बार सार्वजनिक रूप से गाया था, यह गीत उस दौर में भारतीयों में देशभक्ति की भावना जगाने वाला सबसे सशक्त माध्यम बना। इसके बाद यह गीत स्वतंत्रता संग्राम का स्वर बन गया। आजादी की लड़ाई के दौरान कई वीर सपूतों ने वंदेमातरम् ' गाते हुए फांसी का फंदा चूमा। यह गीत हमारे राष्ट्र के हर कोने में आजादी का संदेश लेकर गूंजता था। और आजादी के बाद वंदेमातरम् को राष्ट्रगीत का दर्जा दिया गया, और यह भारत की एकता, अस्मिता और गौरव का प्रतीक बन गया।
भारतीय जनता पार्टी फ
रीदाबाद द्वारा जिला कार्यालय “अटल कमल” पर जिला अध्यक्ष पंकज पूजन रामपाल के नेतृत्व में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भारत के गौरव, एकता और स्वतंत्रता के प्रतीक राष्ट्रीय गीत ‘वंदेमातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ बड़ी धूमधाम से देशभक्ति की भावना के साथ मनाई गई। इस ऐतिहासिक अवसर पर उपस्थित लोगों ने हाथों में तिरंगा लेकर राष्ट्र गीत वंदेमातरम् का वाचन किया । पूरा परिसर भारत माता के जयकारों और देशभक्ति गीतों से गूंज उठा। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने सभी को स्वदेशी अपनाने की शपथ दिलाई और उपस्थित लोगों ने स्वदेशी संकल्प पत्र भरकर आत्मनिर्भर भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है और राष्ट्रहितों से भी समझौता करने से नहीं हिचकती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति के चलते वंदेमातरम् जैसे राष्ट्रीय गीत को भी अपनी बैठकों से बाहर कर दिया। श्री गुर्जर ने कहा कि 2019 में जब मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी, तब सचिवालय में वंदेमातरम् गाना बंद करवा दिया गया था, जो इस बात का प्रतीक है कि कांग्रेस राष्ट्रभक्ति की भावना को ठेस पहुँचाने से भी नहीं चूकती।

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