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फरीदाबाद ( ) 12 अक्टूबर! किसान संघर्ष समिति नहरपार फरीदाबाद की मीटिंग प्रधान जगबीर सिंह की अध्यक्षता में राजमहल गार्डन सेक्टर 78 फरीदपुर में संपन्न हुई। मीटिंग का संचालन समिति के महासचिव सत्यपाल नरवत ने किया मीटिंग में किसानों ने
अपनी अपनी समस्या बताई एवं विचार रखें। अधिकतर किसान इनकम टैक्स विभाग से नोटिस आने से परेशान थे। जिसमें किसानों से पैसे के आय और व्यय के बारे में पूछा गया है। जबकि इस बारे में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण विभाग से पूछना चाहिए। किसानों की जमीन अधिग्रहण मुआवजा का पैसा है और एक नंबर का पैसा है ब्याज पर टी.डी.एस. काटा है। इनकम टैक्स स्टेटमेंट भी किसानों ने भरी है। किसानों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। समिति के महासचिव सत्यपाल नरवत ने बताया कि किसानों की मांगों का ज्ञापन दिनांक 29.08.2025 को जिसमें प्रतिवर्ष मिलने वाली रॉयल्टी, सुप्रीम कोर्ट के मुआवजे का बकाया ब्याज, कुछ किसानों का सेशन कोर्ट ल के मुआवजे का ब्याज, अधिग्रहण से बची हुई जमीन के लिए रास्ता, कुछ किसानों को पेमेंट करने के बाद भी प्लाटों का कब्जा नहीं देना आदि का हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण फरीदाबाद की प्रशासक महोदय श्रीमती अनुपमा अंजुली को दिया था। जिस पर उन्होंने किसानों को 15 दिन बाद बुलाकर मीटिंग करने को कहा था। लेकिन डेढ़ महीना बीतने के बाद भी किसानों को मीटिंग के लिए नहीं बुलाया गया और न ही किसानों की पेमेंट कराई गई। जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। मीटिंग में किसानों ने फैसला लिया है कि प्रशासक महोदय को एक-दो दिन में नोटिस देकर 10 15 दिन का समय दिया जाएगा। अगर इस दौरान किसानों की मांगों का समाधान नहीं हुआ तो त्योहारों के बाद प्रशासक महोदय के कार्यालय पर धरना व प्रदर्शन किया जाएगा और इनकम टैक्स नोटिस के बारे में भी किसान संघर्ष समिति इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों से बात करेगी। मीटिंग में फरीदपुर से परमानंद कौशिक, ब्रह्मानंद, धर्मपाल वकील, खेड़ी कलां से जगदीश, प्रकाश, चंद्र सिंह, नीमका से उम्मेद सिंह, ज्ञानी सिंह, भातोला से किरणपाल, चतर सिंह,लख्मीचंद, बडोली से धीरज कुमार, चंद्रसेन, बिजेंद्र, मेहरचंद, वजीरपुर से सुनील गौड़, रिवाजपुर से विजयपाल चौहान, बुढ़ैना से बाबू चंदीला, पलवली से राजकुमार, उदय सिंह नंबरदार खेड़ी खुर्द, सरजीत, महेंद्र आदि ने भाग लिया।
अपनी अपनी समस्या बताई एवं विचार रखें। अधिकतर किसान इनकम टैक्स विभाग से नोटिस आने से परेशान थे। जिसमें किसानों से पैसे के आय और व्यय के बारे में पूछा गया है। जबकि इस बारे में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण विभाग से पूछना चाहिए। किसानों की जमीन अधिग्रहण मुआवजा का पैसा है और एक नंबर का पैसा है ब्याज पर टी.डी.एस. काटा है। इनकम टैक्स स्टेटमेंट भी किसानों ने भरी है। किसानों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। समिति के महासचिव सत्यपाल नरवत ने बताया कि किसानों की मांगों का ज्ञापन दिनांक 29.08.2025 को जिसमें प्रतिवर्ष मिलने वाली रॉयल्टी, सुप्रीम कोर्ट के मुआवजे का बकाया ब्याज, कुछ किसानों का सेशन कोर्ट ल के मुआवजे का ब्याज, अधिग्रहण से बची हुई जमीन के लिए रास्ता, कुछ किसानों को पेमेंट करने के बाद भी प्लाटों का कब्जा नहीं देना आदि का हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण फरीदाबाद की प्रशासक महोदय श्रीमती अनुपमा अंजुली को दिया था। जिस पर उन्होंने किसानों को 15 दिन बाद बुलाकर मीटिंग करने को कहा था। लेकिन डेढ़ महीना बीतने के बाद भी किसानों को मीटिंग के लिए नहीं बुलाया गया और न ही किसानों की पेमेंट कराई गई। जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। मीटिंग में किसानों ने फैसला लिया है कि प्रशासक महोदय को एक-दो दिन में नोटिस देकर 10 15 दिन का समय दिया जाएगा। अगर इस दौरान किसानों की मांगों का समाधान नहीं हुआ तो त्योहारों के बाद प्रशासक महोदय के कार्यालय पर धरना व प्रदर्शन किया जाएगा और इनकम टैक्स नोटिस के बारे में भी किसान संघर्ष समिति इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों से बात करेगी। मीटिंग में फरीदपुर से परमानंद कौशिक, ब्रह्मानंद, धर्मपाल वकील, खेड़ी कलां से जगदीश, प्रकाश, चंद्र सिंह, नीमका से उम्मेद सिंह, ज्ञानी सिंह, भातोला से किरणपाल, चतर सिंह,लख्मीचंद, बडोली से धीरज कुमार, चंद्रसेन, बिजेंद्र, मेहरचंद, वजीरपुर से सुनील गौड़, रिवाजपुर से विजयपाल चौहान, बुढ़ैना से बाबू चंदीला, पलवली से राजकुमार, उदय सिंह नंबरदार खेड़ी खुर्द, सरजीत, महेंद्र आदि ने भाग लिया।

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