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यूथ रेडक्रॉस शिविर (YRC) के चौथे दिन युवाओं को अनेकों विषय पर किया गया जागरूक

Posted by : pramod goyal on : Friday, 12 September 2025 0 comments
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 अंकुश मिगलानी, उपाध्यक्ष वं महेश जोशी, महासचिव भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी हरियाणा राज्य शाखा चंडीगढ़ से प्राप्त निर्देशानुसार एवं विक्रम सिंह, उपायुक्त एवं प्रधान जिला रेडक्रॉस सोसायटी फरीदाबाद के कुशल मार्गदर्शन व एवं सचिव बिजेंद्र सौरोत के नेतृत्व में दिनांक 09.09.25 से 13.09.25 तक के० एल० मेहता दयानन्द महिला महाविद्यालय, ऍन० आई० टी० 3, फरीदाबाद के प्रांगण में चल रहे यूथ रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन दिनांक 12/09/2025 का आरंभ रेडक्रॉस प्रार्थना के साथ हुआ। 


रेडक्रॉस सोसाइटी के प्राथमिक चिकित्सा प्रवक्ता दर्शन भाटिया द्वारा सी पी आर से सम्बंधित जानकारी देते हुए बताया कि सीपीआर का मतलब है कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन। यह भी एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा यानी फर्स्ट एड है। जब कोई व्यक्ति सांस न ले पा रहा हो और बेहोश जो जाए तो सीपीआर से उसकी जान बचाई जा सकती है। हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा पड़ने पर तो सबसे पहले और समय पर सीपीआर दे दिया जाय तो पीड़ित की जान बचाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।

इसी कड़ी में अशोक वर्मा सब इंस्पेक्टर नारकोटिक्स द्वारा युवाओ को नशे के बारे में जागरूक किया गया। उनके द्वारा उपस्तिथ युवाओ को बताया गया कि नशा एक ऐसी बीमारी है जो नकारात्मक प्रभावों के बावजूद लोगों को अनिवार्य रूप से नशीली दवाओं का सेवन करने के लिए प्रेरित करती है। मादक द्रव्यों के सेवन या मादक द्रव्यों के सेवन से तात्पर्य मस्तिष्क पर सुखद प्रभाव उत्पन्न करने के लिए कुछ रसायनों के उपयोग से है। नशीली दवाओं के उपयोग से शरीर को होने वाले दीर्घकालिक नुकसान के अलावा, सुई उपयोगकर्ताओं को एचआईवी और हेपेटाइटिस बी और सी के अनुबंध का खतरा होता है।

प्रवक्ता अजय गर्ग द्वारा उद्यमशीलता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, उद्यमशीलता, नए व्यवसाय स्थापित करने और विकसित करने की प्रक्रिया है, जिसमें नवीन विचारों को आर्थिक अवसरों में बदला जाता है। इसमें जोखिम उठाने, नवाचार करने और बाजार की मांग को पूरा करने वाले नए उत्पाद या सेवाएँ बनाने की क्षमता शामिल है। उद्यमी वित्तीय जोखिम उठाते हैं और उन्हें बाजार में सफल होने के लिए समस्या-समाधान और लचीलेपन जैसे कौशलों की आवश्यकता होती है। यह प्रक्रिया न केवल व्यक्ति के लिए लाभ और रोजगार पैदा करती है, बल्कि आर्थिक विकास और नवाचार को भी बढ़ावा देती है।

डॉ अमरदीप सिंह, सदस्य, किशोर न्याय बोर्ड द्वारा युवाओं को क़ानूनी जागरूकता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कानूनी जागरूकता का अर्थ है जनता को उनके कानूनी अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में सूचित करके सशक्त बनाना। यह लोगों को कानून का शासन समझने और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में मदद करती है। भारत में इसे फैलाने के लिए नालसा (राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण) और एसएलएसए (राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण) जैसी संस्थाएं काम करती हैं।
प्रवक्ता यश गोयल द्वारा युवाओ को कैरियर काउंसलिंग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कैरियर काउंसलिंग का अर्थ है, कैरियर काउंसलर द्वारा की जाने वाली चर्चाओं और आकलनों की एक श्रृंखला। कैरियर काउंसलिंग का लक्ष्य व्यक्तियों को उनके कौशल, रुचियों, व्यक्तित्व और मूल्यों का पता लगाने में मदद करना है ताकि वे एक सूचित करियर विकल्प चुन सकें। इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रतिस्पर्धा भी करवाई गई |

शिविर का समापन 13 सितम्बर 2025 को किया जाएगा जिसमें महेश जोशी, महासचिव भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी, हरियाणा राज्य शाखा, बतौर मुख्य अतिथि के रूप मे शिरकत करेंगे तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं मे भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पुरुस्कृत भी करेंगे |

इस मौके पर कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से इशांक कौशिक, जिला प्रशिक्षण अधिकारी, श्वेता आर्य, वाई आर सी कोऑर्डिनेटर के एल मेहता, अरविन्द शर्मा लिपिक, मनमोहन, मनदीप, कंप्यूटर ऑपरेटर, केशव कुमार, सेवादार युवराज व अन्य रेडक्रॉस स्टाफ व कॉलेज स्टाफ का सहयोग सराहनीय रहा |


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