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फरीदाबाद 30 सितंबर - अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ और एच वन वीजा- वी के विरोध में आज मंगलवार को भारी बारिश होने के बावजूद सीपीआई और सीपीएम के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय के सामने फरीदाबाद में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के फौरन बाद देश की राष्ट्रपति महोदया के नाम उपायुक्त के मार्फत ज्ञापन डीडीपीओ प्रदीप सिंह को
सौंपा गया। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पुतला भी फूका गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दोनों पार्टियों के सैकड़ो कार्यकर्ता आज सवेरे राजस्थान भवन के सामने एकत्रित हुए। यहां पर विरोध सभा आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता सीपीआई के नेता कामरेड बेचू गिरी ने की जबकि संचालन सीपीएम के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने किया। कार्यकर्ताओं ने अमेरिकी साम्राज्यवाद के खिलाफ जोरदार नारे लगाए। उन्होंने भारत पर लगाए गए टैरिफ को वापस लो और वीजा पर बढाई गई शर्तों को रद्द करो के नारे लगाए। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए बेचू गिरी ने बताया कि ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 50 फ़ीसदी टैरिफ लगाया है। इस टैरिफ के लगने से हमारे निर्यात पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इसके कारण कारखाने बंद होंगे। और लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे। परिणाम स्वरुप अर्थव्यवस्था में उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। रुपए का मूल्य गिर रहा है। और मुद्रा स्फीति भी बढ़ रही है। भारत पर लगाया गया 50 फ़ीसदी टैरिफ अमेरिका द्वारा किसी भी देश पर लगाए गए टैरिफ से सबसे अधिक है। जिन वस्तुओं पर टैरिफ लगता है। जैसे झींगा ,वस्त्र, रत्न, चमड़ा आदि हैं। इनमें से अधिकांश का उत्पादन अमेरिका में उचित कीमतों पर नहीं किया जा सकता है। जब किसी विशेष देश पर चुनिंदा रूप से टैरिफ लगाया जाता है। तो उसके निर्यात उसकी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में महंगे हो जाएंगे। परिणाम स्वरूप आयात तक अपने ऑर्डर प्रतिस्पर्धियों को स्थानांतरित कर देंगे। जिसके परिणाम स्वरुप टैरिफ वाले देश के बाजार को नुकसान होगा।इसलिए भारत पर ट्रंप के टैरिफ का असली मकसद मौजूद द्विपक्षीय व्यापार वार्ता में अमेरिकी मांग को मानने के लिए भारत को ब्लैकमेल करना है। वह रूस, जिस पर अमेरिका ने व्यापार प्रतिबंध लगा रखा है। से तेल आयात करने के लिए भारत को दंडित भी करना चाहता है। नवल सिंह ने बताया कि ट्रंप सरकार का उद्देश्य भारतीय कृषि को अमेरिकी निर्यात के लिए खोलना है। इसका उद्देश्य हमारी कृषि अर्थव्यवस्था और भारतीय आबादी की आजीविका को कमजोर बनाना है। अमेरिका भारत में कृषि उत्पादन की आयात पर 36.5% की औसत शुल्क दर लगाना चाहता है। इसकी वजह से हमारे देश में डेरी फार्मिंग, मुर्गी पालन, फसलों की कीमतों में विपरीत प्रभाव पड़ेगा। सीपीआई के जिला सेक्रेटरी आर एन सिंह ने बताया कि असली कहानी यह है। कि ट्रंप पेट्रो- डॉलर प्रणाली और डॉलर की अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा स्थिति के कमजोर होने से चिंतित है। इसलिए दुनिया के दूसरे देशों पर अनाप-शनाप तरीके से टैरिफ लगाया जा रहा है। अमेरिका भारत पर दबाव बढ़ा रहा है। उसने हाल ही में प्रति एच -1 बी वीजा पर 88 लाख रुपए का अत्यधिक शुल्क लगाया है।एच -1 भी वीजा लागू होने से इसके धारकों के प्रवेश पर प्रतिबंध और हजारों कुशल भारतीयों पेशवरों पर सीधा और गंभीर प्रभाव डालेगा और उनके कैरियर को बाधित करेगा। आज के प्रदर्शन को सीपीएम के जिला कमेटी सदस्य शिवप्रसाद, श्रीपाल भाटी ने भी संबोधित किया। इस अवसर विजय झा, वीरेंद्र पाल, निरंतर पाराशर ,जय राम यादव, रुपेश, दुष्यंत, धर्मवीर वैष्णव सीपीआई एम, रामप्रसाद, बेगराज, सचिन कुमार, सतीश कुमार, बृजेश तिवारी , रामकुमार, विशंभर सिंह, बैजू सिंह, एसएन प्रसाद, पवन चौधरी, उमेश सिंह, जय सिंह, आर एन सिंह, जगत नाथ,एम एस भंसारी ,सीपीआई, के अलावा रवि कुमार, कामरेड मंजू, के पी सिंह, सुभाष,सिडोला, अनिल बल्लभगढ़, सीपीएम के साथ साथ देवीराम, दिनेश, राजू, रमेश प्रतापगढ़, रूपा मझवली, मनोज कुमार, राजीव राणा, प्रेमचंद, राकेश पहलादपुर दीप चंद समयपुर, आश मोहम्मद बीजोपुर भी उपस्थित रहे।

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