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चंडीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बिजली की दरों में हुई चुपचाप बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग उठाई है। हुड्डा का कहना है कि बीजेपी ने एक ही झटके में बिजली को चार गुना तक महंगा कर दिया। यानी जिन आम परिवारों को 900 से 1000 रुपए तक बिल देना पड़ता था, उन्हें अब 4000 से 5000 रुपये बिल थमाया जा रहा है। एक तरफ गर्मी का सितम, साथ में बिजली के कई कई घंटे के कट और दूसरी तरफ महंगाई की मार। बीजे
पी जब से सत्ता में आई है, लोगों को इसी तरह पीस रही है। बहरहाल बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं ना मिलने से हरियाणा में त्राहिमाम- त्राहिमाम मचा हुआ है।
हुड्डा ने कहा कि बिजली की दरें महंगी होने के चलते लोगों को भारी भरकम बिल मिलने लगे हैं। निगम ने 75 रुपए प्रति किलो वाट फिक्स चार्ज भी इसमें जोड़ दिया है। यानी 10 किलोवाट कनेक्शन पर अब हर महीने 750 रुपए अतिरिक्त देने पड़ रहे हैं। पहले दरें स्लैब वाइज थीं, यानी 50 यूनिट या इससे ज्यादा इस्तेमाल पर 2.50 रुपए से 6.30 रुपए प्रति यूनिट खर्च होता था। अब 5 किलो वाट से अधिक लोड होने पर 6.50 से 7.50 रुपये प्रति यूनिट वसूला जा रहा है। अलग से स्लैब वाइज बिजली के दामों में भी 20 से लेकर 40 पैसे प्रति यूनिट तक बढ़ोतरी हुई है। इतनी ही नहीं, विभिन्न कैटेगरी के लिए बनाए गए स्लैब में भी बदलाव किया गया है। बिजली की बढ़ी हुई दरें पहली अप्रैल से चुपचाप लागू कर दी गयी है।
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