हरियाणा और फरीदाबाद में कभी प्रमुख मजदूर यूनियन रही एस्कोर्ट एम्पलाईज यूनियन में चुनावी दंगल शुरू हो चुका है। एक समय पूरे उत्तर भारत में ख्याति प्राप्त कर चुकी यूनियन आज इस हालत में है कि यह यूनियन कुल लगभग 1200 सदस्यों पर सिमट कर रह गई है। सुभाष सेठी के यूनियन स्थापित करते समय कुछ जुझारू नेताओं की एक मजबूत टीम हुआ करती थी। जिसने फरीदाबाद में ही नहीं अपितु बदरपुर दिल्ली बाडर से लेकर सभी कम्पनीयों में हिन्द मजदूर सभा के परचम लहरा कर लाखों मजदूरो में एकता बनाकर शोषण मुक्त कराया। सरकारो की मजदूर विरोधी नीतियों को रोकने का काम किया। अनेक बार संघर्षरत मजदूर नेताओं को जेल में बंद किया और लाठीचार्ज ओर गोलियां खाकर शहीद होना पड़ा। आज वहां सन्नाटा पसरा है, जहां कभी शहर के प्रमुख व्यक्ति ओर पत्रकार खबरें लेने आया करते थे। वह अब अचानक विलुप्तप्राय होता जा रहा है। अब कोई सभ्य सामाजिक व्यक्ति वहां जाना नहीं चाहता क्योंकि वहां ऐसे लोगों का जमावड़ा लगा रहता है जो केवल अपमान करना अपनी वीरता समझते है। जिन्हें बना बनाया मजबूत संगठन मिला है वो नेता अपने पूर्व नेताओं ओर मजदूर को दुश्मन समझते हैं। अब पूरे शहर की कम्पनियां अपने पोकिट की यूनियन ओर नेता चाहते हैं और आधुनिक स्वार्थि नेता उनकी यह इच्छा पूरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। देखते इस चुनाव मे श्रमिकवर्ग कैसे नेताओं को चुनना पसंद करते हैं। इस पर ही इस कम्पनी की दशा और दिशा निर्धारित होगी। क्योंकि ज्यादातर कारखाने शहर से उजड़ कर बन्द हो चुकें हैं, जिनसे इस शहर को दुनिया भर में पहचान मिली थी।
हिन्द मजदूर सभा के रष्ट्रीय उप अध्यक्ष एस डी त्यागी का कहना है कि मैं आश्चर्यचकित हूं कि एस्कोर्ट एम्पलाईज यूनियन चुनाव में कुछ अपरिपकव उम्मीदवार हिंद मजदूर सभा पर भ्रामक बयान देकर चुनाव जीतने के लिए श्रमिकों में नफ़रत पैदा कर रहे हैं। ऐसा वे मैनजमेंट के इशारे पर इस तरह की बेबुनियादी आरोप लगाकरमजदूरों को अलग थलग करना चाहते है। हिंद मजदूर सभा श्रमिकों के दिल और ख़ून में समाई हुई है। पूरे देश और दुनिया में कोई भी एक उदाहरण नहीं है कि हिन्द मजदूर सभा ने अपनी बनाई गई गई मजबूत मजदूर एकता कों कब्जा किया। यह काम तो प्रोपर्टी डीलर या भूमाफिया के है। सभी उम्मीदवार हमारे अपने बच्चों की तरह है। शान्ति पूर्वक योग्य, ईमानदार, समझदार, साहसिक उम्मीदवारो को जीत दिलाकर गुटबाजी समाप्त कर संगठन को मजबूत बनाए। कोई व्यक्ति गलत हो सकता है संगठन नहीं। श्री त्यागी ने कहा कि हिन्द मजदूर सभा और एस्कोर्ट एम्पलाईज यूनियन अलग नहीं है। जिस पौधे को हिन्द मजदूर सभा ने रोपा और सींचा है. वे चाहते कि वह निरंतर आगे बढ़ता रहे और मजदूरों का कल्याण हो।
No comments :