फरीदाबाद। आज़ादी के शहज़ादे संस्था ने सैक्टर 10 कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि व लाला लाजपत राय की जंयती मनाई चेयरमैन वासुदेव अरोड़ा की अध्यक्षता व संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक हरीश चन्द्र आज़ाद के आयोजन में मनाई।
राष्ट्रीय संयोजक हरीश चन्द्र आज़ाद ने कहा महात्मा गांधी के अहिंसक आन्दोलन से अग्रेजी हुकूमत घबरा गई थी जिस वजह से उन्हें भारत छोडऩे पर मजबूर किया। भारत की आज़ादी के लिये 1857 से कई महान क्रांतिकारियों ने कुर्बानियाँ दी जिससे अंग्रेज परेशान थे और महात्मा गांधी के अहिंसक आन्दोलन के साथ मिलने से भारत आज़ाद हुआ। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी के अहिंसक आन्दोलन से ही प्ररेणा लेकर नैलसन मंडेला ने दक्षिण अफ्रिका को आज़ादी दिलाई थी।
चेयरमैन वासुदेव अरोड़ा ने कहा कि 28 जनवरी 1865 को लाला लाजपत राय का जनम हुआ था। वह एक महान का्रंतिकारी नेता थे जिन्हें पंजाबी केसरी भी कहा जाता था। साइमन कमीशन के विरूद्व उन्होंने आन्दोलन किया था जिसके दौरान उनपर लाठियाँ बरसाई गई थी जिससे उनकी मृत्यु हुई थी। उनके अुतिम शब्द मेरी पीठ पर बरसाई गई एक-एक लाठी अंग्रेजी हुकूमत पर आखिरी कील साबित होगी और वही हुआ जिसके बाद आज़ादी का आन्दोलन तेज हुआ था और अंग्रेजों का भारत छोडऩा पड़ा था।
इस मौके पर चेयरमैन वासेदव अरोड़ा, संस्थापक हरीश चन्द्र आज़ाद, अरविन्द बावा, जगदीश वर्मा, रमेश मक्कड़, जुगल किशोर, बबली नेगी, संतोष नायक, चन्द्रमोहन, विनोद सहगल, किशन भाटिया, सुभाष बरमीव संदीप आदि ने नमन किया।
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