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राष्ट्रीय बालिका दिवस - बालिकाएं हर क्षेत्र में कर रहीं गौरवान्वित

Posted by : pramod goyal on : Friday, 24 January 2025 0 comments
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 गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बालिकाओं को और भी सशक्त बनने का संदेश दिया। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि 24 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस वर्ष 2008 से मनाया जाना प्रारंभ किया गया था इसे महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा मनाना प्रारंभ किया गया क्यों


कि भारत के इतिहास में प्रथम बार ऐसा हो रहा था कि एक महिला देश की प्रधानमंत्री बनी थी जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी परिवर्तन था। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना है। हमारे समाज में लड़कियों को लड़कों की अपेक्षा कम माना जाता है। उन्हें पढ़ने के उतने अवसर नहीं मिलते जितने लड़कों को प्रदान किए जाते हैं। समय से पूर्व ही उनका विवाह करा दिया जाता है और फिर परिवार और समाज का उत्तरदायित्व। उन्हें अपने सम्मान और अधिकार के लिए भी लड़ना पड़ता है। इस दिन को लड़कियों के साथ ही समाज को भी शिक्षित और जागरूक करने का प्रयास किया जाता है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि भारतीय समाज में आज से नहीं बल्कि बहुत पहले से लैंगिक असमानता एक बड़ी चुनौती रही है। भारत सरकार ने महिलाओं के विरुद्ध भेदभाव की इस स्थिति को बदलने और सामाजिक स्तर पर लड़कियों की स्थिति में सुधार करने के उद्देश्य से कई महत्त्वपूर्ण योजनाएं क्रियान्वित की हैं जिस में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान, सुकन्या समृद्धि योजना, बालिकाओं के लिए निःशुल्क या अनुदानित शिक्षा और कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों में सीटों का आरक्षण सम्मिलित हैं सरकार द्वारा समाज में कुपोषण, अत्यधिक निरक्षरता, गरीबी और शिशु मृत्यु दर से लड़ने के लिए सभी गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व देखभाल आवश्यक कर दी गई है। महिलाओं को आजीविका दिलाने के लिए सरकार द्वारा सती विरोधी और एमटीपी विरोधी कई कानून बनाए गए हैं। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि उपवन में फूलों की महक और घर में बेटियों की चहक अनमोल है। बेटियों की उन्नति से ही राष्ट्र समर्थ बनता है। आज खेल से लेकर व्यापार तक और शिक्षा से लेकर अनंत आकाश की ऊंचाइयों तक हर क्षेत्र में गौरवान्वित कर रही बेटियों को हम सब बेहतर विश्व देने का संकल्प लें। विद्यालय में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा, प्राध्यापिका दीपांजलि एवं अन्य अध्यापकों ने बालिकाओं को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हुए सशक्त बनने के लिए भी प्रेरित किया।

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