फरीदाबाद। हरियाणा पंजाबी संस्कृति संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरीश चन्द्र आज़ाद ने कहा कि हरियाणा विद्यानसभा में 33 साल बाद 12 पंजाबी विद्यायक जीते इससे पहले 1991 में कांग्रेस पार्टी से 14 पंजाबी विद्यायक जीते थे। इन 12 पंजाबी विद्यायकों में 8 भाजपा से और 4 कांग्रेस से जीते हैं। दोनों मुख्य दलों ने 13 पंजाबियों को टिकट दी थी जिसमें से 12 जीते हैं केवल गुडग़ांव से मोहित ग्रोवर को हार का मुहं देखना पड़ा।
आज़ाद ने बताया कि जीतने वाले पंजाबी विद्यायक हैं भाजपा से अनिल विज अंबाला कैंट, घनश्याम अरोड़ा यमुना नगर, प्रमोद विज पानीपत, निखिल मदान सोनीपत, विनोद भ्याना हांसी, कृष्ण मिडा जींद, जगमोहन आंनद करनाल, धनेश अदलखा बडखल कांग्रेस से गोकुल सेतिया सिरसा, बी बी बत्तरा रोहतक, अशोक अरोड़ा कुरूक्षेत्र, मनदीप सिंह पिहोवा हैं।
हरीश आज़ाद ने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में पंजाबी विद्यायकों का विद्यानसभा में पहुंचना पंजाबी समाज के लिये खुशी की बात है और हमारी हरियाणा की टीम बहुत सारी संस्थाओं के सदस्यों को साथ लेकर इन सभी पंजाबी विद्यायकों को जन्द मिलेगें और पंजाबी वैलफेयर बोर्ड बनाने की माँग करेगें ताकि पंजाबी समाज के हितों के कार्य इस बोर्ड के तहत हम स्वंम सुलझा सकें। हमारी सबसे बड़ी माँग है कि रिफूजी कानून बनना चाहिये ताकि कोई व्यक्ति हमारे समाज को रिफूजी या पाकिस्तानी कहता है तो रिफूजी कानून के तहत उस पर कार्यवाही हो। हम इन सभी पंजाबी विद्यायकों से यह प्रार्थना भी करेगें कि जब विद्यानसभा में पंजाबी वैलफेयर बोर्ड या रिफूजी कानून पर चर्चा हो तो सभी पंजाबी विद्यायक चाहे किसी भी पार्टी के हों वह पार्टीवाद से ऊपर ऊठकर इस कानून पर एक होकर समर्थन करें। अंत में हरियाणा पंजाबी संस्कृति संघ सभी पंजाबी विद्यायकों को जीतने पर बधाई देती है।
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