फरीदाबाद। नेता पार्टी और अपनी सोच इतनी जल्दी बदल देते है कि इन्हे देखकर गिरगिट भी शर्मा जाये। पहले दूसरे दलों में रहकर जो नेता भाजपा को जमकर कोसते रहते थे, आज वही भाजपा की किश्ती पर सवार होकर उसी का गुणगान करते नहीं थक रहे है। इतना ही भाजपा की नीतियों को कल्याणकारी बताकर जनता से वोट भी मांग रहे है। लेकिन ये नेता नहीं जानते कि यह पब्लिक है, सब जानती है और चुनावों में उन्हें सबक सिखाने में भी गुरेज नहीं करेगी।
वैसे तो फरीदाबाद में ऐसे नेताओ की कमी नहीं है, जो समय समय कपड़ो की तरह पार्टी और अपनी सोच को बदलते रहे है। जो पार्टी उनके लिए माँ के सामान होती थी वे उसे ही अपने राजनैतिक लाभ के लिए बार बार बदल लेते है। ऐसे ही एक नेता है पृथला विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के उम्मीदवार टेकचंद शर्मा। टेकचंद शर्मा पहले इस क्षेत्र से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़े और विधायक भी बने। लेकिन उन्होंने अपना समर्थन सत्तारूढ़ भाजपा को दे दिया। लेकिन उनकी सोच के विपरीत भाजपा ने उन्हें 2019 में अपना उम्मीदवार नहीं बनाया। यहां निर्दलीय उम्मीदावर नयनपाल रावत चुनाव जीत गए और उन्होंने भी अपना समर्थन भाजपा सरकार को दे दिया और पांच साल सत्ता की मलाई खाई। इसके बाद से ही टेकचंद शर्मा भाजपा से खफा रहने लगे और समय समय पर कार्यों को लेकर भाजपा सरकार को कोसते भी रहे। यहाँ तक कि लोकसभा चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी कृषणपाल के प्रति उनकी नाराजगी दिखाई दी। लेकिन इस बार वही टेकचंद शर्मा पृथला से भाजपा की नाव पर सवार होकर प्रत्याशी है। अब देखना है कि उनकी चुनावी नैया को यहां की जनता इस पार लगाती है या उस पार।
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