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मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ बलात्कार करके उसकी जघन्य हत्या करने के विरोध में लघु सचिवालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया

Posted by : pramod goyal on : Thursday 22 August 2024 0 comments
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 फरीदाबाद 22 अगस्त कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ बलात्कार करके उसकी जघन्य  हत्या करने के विरोध में आज कामकाजी महिला समन्वय समिति के आवाहन पर सीटू के बैनर तले


विभिन्न महिला संगठनों ने  मिलकर लघु सचिवालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। इसके  बाद देश के माननीय प्रधानमंत्री के नाम पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन उपायुक्त कार्यालय के अधीक्षक को सौंपा गया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर यूनियन की प्रधान मालवती, आशा वर्कर यूनियन की प्रधान हेमलता, मिड डे मील वर्कर की प्रधान कमलेश, ब्लॉक प्रधान बल्लभगढ़ मीनू, ओल्ड फरीदाबाद की प्रधान सविता ने संयुक्त रूप से किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सभी साथी राजस्थान भवन के सामने एकत्रित हुए। यहां से नारे लगाते हुए डीसी कार्यालय के सामने पहुंचे। प्रदर्शनकारी कोलकाता की डॉक्टर को न्याय दो, बलात्कारीयों और हत्यारों को फांसी की सजा दो के नारे लगा रहे थे। इस मौके पर सीटू के  जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न बलात्कार सामूहिक बलात्कार और बलात्कार के बाद निर्मम हत्याएं कर देने के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। एक ही दिन में कई-कई  दिल दहला देने वाली खबरें सामने आ रही हैं ।कोलकाता की आरजी कर अस्पताल में ट्रेनिंग डॉक्टर के साथ हुई बलात्कार और  निर्मम हत्या की वजह से पूरा देश स्तब्ध और सदमे में है। एक अस्पताल में महिला डॉक्टर भी सुरक्षित नहीं है। तो अन्य स्थानों के हालात  क्या होंगे। इसी विषय पर बिहार में दलित लड़की के सामूहिक बलात्कार और हत्या की खबरें सामने आ रही हैं। मुरादाबाद उत्तर प्रदेश में नर्स के साथ बलात्कार और रोहतक पीजीआई की जूनियर डॉक्टर के साथ यौन हिंसा महाराष्ट्र के थाणे में स्कूल में बच्चियों के साथ यौन  हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। समाज में कोई भी स्थान महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रहा है। कामकाजी महिलाओं के लिए चुनौतियां और भी ज्यादा हैं। चिंता का विषय यह है। कि हमारे कार्यस्थल भी महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों  के बावजूद भी विशाखा एक्ट को लागू करते हुए सभी कार्य स्थलों पर यौन उत्पीड़न विरोधी कमेटियों का गठन आज तक नहीं किया गया है। कामकाजी महिला समन्वय समिति संबंधित सीटू महिलाओं के खिलाफ बढ़ रही हिंसा और यौन शोषण के प्रति गहरा रोष प्रकट करती है। मांग पत्र में कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनिंग डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और निर्मम हत्या के सभी दोषियों को गिरफ्तार करो और फांसी दो की मांग के अलावा चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा के लिए तुरंत कानून और गाइडलाइन बनाई जाए। इसके साथ-साथ सभी कार्य स्थलों पर हिंसा व उत्पीड़न रोकथाम कानून को  लागू किया  जाए इसके अलावा महिलाओं के खिलाफ हिंसा की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। तुरंत प्रभाव से न्यायमूर्ति वर्मा कमीशन की सिफारिश को शीघ्र लागू किया जाए। अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण देना बंद किया जाए। तथा महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा का प्रबंध किया जाए आदि  हैं। आज  के प्रदर्शन क वक्त कामरेड शिव प्रसाद, सामाजिक नेता  हितेश शर्मा, तिगांव ब्लॉक के प्रधान राजू,  रेखा  शर्मा,धर्मवीर वैष्णव, विनोद कुमार,मालवती, सविता , कमलेश, अनीता, संगीता मौर्य, हेमलता , कंचन कुमारी, दुर्गेश कुमारी, सुरेश, मीनू, गीता,शाहीन परवीन, आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।


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