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नशे को ना कहें - जेआरसी सराय ख्वाजा ने नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 7 August 2024 0 comments
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 शिक्षा विभाग के आदेशानुसार गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस, स्काउट्स, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने नशा मुक्त हरियाणा अभियान के अंतर्गत नशा समाप्त करने की अपील करते हुए प्रार्थना सभा में नशे से दूर रहने बारे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस सदस्य विद्यार्थियों ने नशे की आदत छुड़ाने के लिए एक लघु नाटक भी प्रस्तुत किया। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में


जानकारी देते हुए कहा कि नशा करने से सेहत और मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है। नशा करने वाला अपने साथ अपने परिवार के लिए भी समस्या बन जाता है जिस से स्वास्थ्य और पैसे दोनों का विनाश होता है। विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि यदि उनके आसपास कोई नशा करता है तो उसे नशा मुक्ति केंद्र में लेकर आएं और उसका उपचार करवाएं। यहां रोगियों का नशा छुड़वाने का उपचार किया जाता है। प्राध्यापिका पवन, नम्रता, ममता,  सुशीला, मुक्ता तनेजा सहित सभी स्टाफ सदस्यों ने नशा मुक्त स्वस्थ समाज बनाने के लिए छात्रों और छात्राओं को प्रेरित किया। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि हरियाणा सरकार, शिक्षा विभाग एवम स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय समय पर नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश से नशा समाप्त करने का उद्देश्य लोगों को नशे की बुरी आदत से छुटकारा दिलाना तथा उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाना है। यह सत्य है कि नशीले पदार्थों के सेवन से पीड़ित व्यक्ति को पारिवारिक एवं सामाजिक अलगाव और लोगों की उपेक्षा का सामना करना पड़ता है। इससे निश्चित रूप से उन्हें मानसिक और शारीरिक कष्ट एवं आघात पहुंचता है। उन्होंने कहा कि हम सब यह संकल्प करें कि  हम किसी भी प्रकार का नशा न करते थे, न करते हैं था, न भविष्य में करेंगे। अपने विद्यालय के मित्र,  साथी, परिवार के सदस्यों एवं समाज के स्वजनों को भी इससे दूर रखेंगे ताकि नशा मुक्त समाज के निर्माण में सहायक हो सकें। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि नशा रूपी दलदल से बचने के लिए हमें अपने आसपास के लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देनी चाहिए ताकि कोई भी नशे की चंगुल में न फंसे। स्टाफ और विद्यार्थियों ने नशा नहीं करने और न दूसरों को करने देने का प्रण भी लिया। प्राचार्य ने सभी विद्यार्थियों एवम अध्यापकों का नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए आभार व्यक्त करते हुए हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग के प्रयासों की सराहना की तथा सभी से नशा समाप्त करने के लिए सहयोग करने के लिए और भी सक्रिय होने का आग्रह किया। उन्होंने नाटक प्रस्तुत करने पर सभी विद्यार्थियों और अच्छी तैयारी के लिए प्राध्यापक साथियों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की तथा समय समय पर विद्यार्थियों को नशे से स्वास्थ्य को होने वाली हानियों और भयंकर बीमारियों से जागरूक करते रहने का आग्रह किया।

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