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फरीदाबाद: सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग के सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ इसके नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलते हैं। आजकल साइबर अपराधियों द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का टास्क देने के लिये भी सोशल मीडिया का उपयोग करना शुरू कर दिया है। फरीदाबाद में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें डबुआ थानाक्षेत्र में अरुण नाम के एक व्यक्ति को व्हाट्सएप पर साइबर अपराधियों द्वारा अपने झांसे में लेकर उसे छोटे-छोटे टास्क पूरे करने के लिए कहा और बाद में उसे आत्महत्या के लिए उकसाना शुरू कर दिया जिसका परिणाम यह हुआ कि अरुण ने साइबर अपराधियों के बहकावे में आकर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
कोई अन्य व्यक्ति इस प्रकार की आपराधिक वारदात व अन्य साइबर अपराधों का शिकार ना हो इसके लिए फरीदाबाद पुलिस द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है जिसमें पुलिस द्वारा आमजन को इस प्रकार के अपराधों से बचाव के बारे में जानकारी दी गई है।
अकेलापन इस प्रकार की मानसिक स्थिति के लिए ज्यादा जिम्मेवार होता है जिसमें व्यक्ति बिल्कुल अकेला महसूस करता है जिसे अपनी भावनाएं जाहिर करने के लिए किसी व्यक्ति की तलाश होती है जिसे वह सोशल मीडिया पर तलाश करता है।
सोशल मीडिया पर जब उसे कोई व्यक्ति अपनी बात सुनने के लिए मिल जाता है तो वह उसी के साथ अपने मन की सारी बातें साझा करता है। सोशल मीडिया पर कुछ शातिर अपराधी भी होते हैं जो भोले भाले लोगों को अपनी बातों में उलझाकर आर्थिक नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते है या किसी प्रकार के जगन्य अपराध को अंजाम देने की फिराक में रहते है।
व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई भी विदेशी नागरिक यदि आपसे संपर्क करने की कोशिश करें तो तुरंत सावधान हो जाएं, वह किसी भी प्रकार का लालच देकर आपको नुकसान पहुंचाने की फिराक में हो सकता है
यदि कोई अनजान व्यक्ति सोशल मीडिया पर आपको कोई टास्क पूरा करने के लिए उकसाता है तो समझ जाएं कि वह आपको छोटे-छोटे टास्क देकर बाद में कोई भी जघन्य अपराध करवा सकता है
शुरुआत में आपके छोटे-छोटे टास्क दिए जाएंगे जिन्हें पूरा करने पर साइबर अपराधियों द्वारा आपको ओर बड़े टास्क करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा
जैसे जैसे आप उनके द्वारा दिए गए टास्क पूरे करते जाएंगे, वो आपको अपने झांसे में फसते चले जाएंगे। अंत में साइबर अपराधी आपको फांसी लगाने, हाथ की नस काटने, ऊंचाई से कूदने, जहर खाने या अन्य किसी भी प्रकार टास्क देकर उत्प्रेरित करते हैं।
अपराधियों के झांसे में आए व्यक्ति की मानसिक स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि वह कुछ भी सोच नहीं पता और उनके बताए अनुसार अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लेता है।
नवयुवक इस प्रकार की वारदातों के शिकार ज्यादा होते हैं इसलिए उन्हें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है
माता-पिता भी अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखें कि वे सोशल मीडिया पर किससे बात करते हैं, कहीं वह किसी साइबर अपराधी के संपर्क में तो नहीं
सोशल मीडिया पर किसी अनजान व्यक्ति से बात करने की बजाय अपने परिजनों, दोस्तों व साथियों के साथ जितना अधिक हो सके अपने विचार साझा करें
अपनी परेशानियों के बारे में अपने दोस्तों व परिवार को बताएं वो आपको बेहतर सुझाव दे पाएंगे जिससे आप मानसिक रूप से मजबूत होंगे
यदि आपको इस प्रकार के साइबर अपराधियों के बारे में जानकारी मिलती है या फिर आपको कोई टारगेट करता है तो इसकी सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या स्थानीय पुलिस या नियन्त्रण कक्ष फरीदाबाद के नम्बर 9999150000 पर दें। पुलिस द्वारा आपकी परेशानी को हल करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
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