फरीदाबाद। अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग गुरू रूची विरमानी ने सैकड़ों महिलाओं के साथ समुदायिक केन्द्र सैक्टर 29 में लगाया योगशिविर जिसमें लगभग 500 महिलायें पीले रंग की टी-शर्ट में एक साथ दिखी जिनको योग करते देख माहौल आन्नदमय और योगमय हो गया।
योग गुरू रूची विरमानी ने बताया कि योग द्वारा भारत ने दुनिया को अपने साथ किया और इसी योग ने भारत को बनाया विश्व गुरू। योग शिक्षक रत्न सम्मान व भारतीय लाडली गौरव अवार्ड से सम्मानित योग गुरू रूची विरमानी रोजाना सुबह-शाम सैकड़ो महिलाओं को योगा सिखाती हैं। उनका कहना है कि योग करने से बढ़ती उम्र का असर चेहरे पर नहीं आता और रोजाना नियमित योग करने से डाक्टरों के पास जाने से भी बचा जा सकता है इसलिये प्रत्येक मनुष्य को कुछ समय योग के लिये आवश्य निकलना चाहिये। उन्होंने बताया कि अर्तराष्ट्रीय योग दिवस मनाने से लोगो की रूची योग में ज्यादा बड़ी है। उन्होंने कहा कि भारत के ऋृषि-मुनि योग के जन्मदाता है और इसी योग की संस्कृति ने हमको कोरोना जैसी भयंकर बिमारी से बचाया है।
रूची विरमानी ने बताया कि 21 जून को न सिर्फ भारत पूरा विश्व योगमय हो जाता है और इस प्रदूषित वातावरण से दुनिया को योग ने ही बचाया हुआ है। योग मनुष्य को दीर्घायु बनाता है। महर्षि पतंजलि को योग के प्रणेता और योगसूत्र के रचयिता के रूप में जाना जाता है। अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस 2024 का विषय है स्वयं और समाज के लिये योग।
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