HEADLINES


More

यातायात पुलिस द्वारा भारी वाहनों की नो-एंट्री चेकिंग के दौरान एक दिन में किए 59 चालान

Posted by : pramod goyal on : Thursday 27 June 2024 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//

 फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के आदेशानुसार व डीसीपी ट्रैफिक ऊषा के मार्गदर्शन में  ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस वर्ष नो- एंट्री का उल्लंघना करने वाले  वाहन चालको के चालान काटकर जुर्माना लगाया है। नो-एंट्री की चेकिंग के दौरान 59 वाहन चालको के चालान काट कर जुर्माना लगाया गया है। भारी वाहनों के खिलाफ विशेष चेकिंग अभियान के तहत नो-एंट्री के यातायात पुलिस द्वारा वर्ष 2024 में अब तक 1352 चालान किए गए है। 



डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि भारी वाहनों के कारण शहर में होने वाली ट्रैफ़िक जाम की समस्या और सड़क दुर्घटनाओं को मद्देनज़र रखते हुए शहर सुबह 7 बजे से 10:30 बजे एवं शाम को 5 बजे 9 बजे तक नो एंट्री समय लागू है। नो एंट्री की चेकिंग के लिए मुख्य स्थानों एवं चौक- चौराहों पर नाकाबंदी करके यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालको के खिलाफ चालान काटकर व गाडी को इंपाउंड कर के जुर्माना लगाया जाता है। इसके लिए सभी ट्रैफ़िक पुलिस में तैनात पुलिसकर्मियो की ड्यूटियाँ लगाई जाती है। उन्होंने बताया कि निर्धारित समय के दौरान शहर में भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित हैंI  नो एंट्री के समय के दौरान भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित रखने के लिए शहर के मुख्य स्थानों जैसे पाली चौक ,हार्डवेयर चौक ,सोहना टी प्वाइंट इत्यादि पर स्पेशल नाकाबंदी करके शहर में जाम की स्थिति से बचने के लिए भारी वाहनों के आवागमन निगरानी रखी जा रही है तथा नो-एंट्री की सूचना के लिए एंट्री प्वाईंट आदेशात्माक चिन्ह बोर्ड के माध्यम लगाए हुए है। 

   ट्रैफिक पुलिस द्वारा शहर वासियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें यातायात नियमों व सड़क सुरक्षा के बारे में लगातार जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रण के लिए भी भारी वाहनों की नो-एंट्री समय निर्धारित है। ट्रैफिक पुलिस का लगातार प्रयास रहता है कि शहरवासियों को सड़क दुर्घटनाओं से बचाया जा सके और यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच सके। नागरिकों से अपील की कि वह सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और ट्रैफिक पुलिस का सहयोग करें ।

No comments :

Leave a Reply