फरीदाबाद। बेटी बचाओ अभियान के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक हरीश चन्द्र आज़ाद ने कहा कि हमारी संस्था योगगुरू रूची विरमानी को 12 मई को भारतीय लाडली गौरव अवार्ड से स्मृति चिंह देकर सम्मानित करेगी। उन्होंने ने बताया कि बेटी बचाओ अभियान यह सम्मान प्रत्येक वर्ष देश की महान महिला विभूतियों को देती है। हमारी संस्था ने इस सम्मान से द्रोणाचार्य अवार्डी अंर्तराष्ट्रीय महिला हाकी कोच श्रीमति सुनील डबास व राष्ट्रीय अवार्डी संगीता एस बहल को भी सम्मानित कर चुकी हैं।
आज़ाद ने बताया कि रूची विरमानी की के जीवन का संघर्ष बताता है कि वह कैसे एक साधारण महिला से महान महिला विभूति बनी। रूची जिनका वजन करीब 108 किलो था और वह इससे बहुत परेशान थी लेकिन उन्होंने इससे हार न मानते हुए योग करना आरम्भ किया कुछ ही माह में इसके अच्छे परिणाम आते देख उन्होंने स्वमं के साथ-साथ अन्य महिलाओं को भी योग सिखाना आरम्भ कर दिया। योग करके उन्होंने अपना वजन साधारण करते हुए अपना जीवन ही बदल दिया तथा इसी से प्रेरणा लेकर इन्होंने स्कूलों और कालेजों में भी योग सिखाना आरम्भ किया जिससे उन्हें लोगों ने योगगुरू कहना आरम्भ कर दिया। अपने इस शौंक को उन्होंने व्यवसाय बनाया और आज दिन में करीब 100 महिलाओं को योग सिखा रही हैं। एक महिला कैसे स्वमं को तथा समाज को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ स्वमं का व्यवसाय आरम्भ कर सकती हैं इन्होंने समाज को यह करके दिखाया है जिससे वह आज कई महिलाओं के लिये प्रेरणा स्त्रौत बनी हुई हैं। रूची विरमानी करीब 5000 महिलाओं को योग सिखा चुकि हैं। इसलिये हमारी संस्था बेटी बचाओ अभियान ने उन्हें भारतीय लाडली अवार्ड 2024 के लिये चुना।
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