//# Adsense Code Here #//
चंडीगढ़। हरियाणा की अल्पमत में आई भाजपा सरकार को बर्खास्त करने तथा राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर कांग्रेस और जजपा दोनों दल बुरी तरह से फंस गए हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर ने रविवार को संकेत दिए कि भाजपा सरकार लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा का विशेष सत्र बुला सकती है और फ्लोर पर बहुमत साबित करने को तैयार है।
इसके साथ ही राज्यपाल ने कांग्रेस से अपने सभी 30 विधायकों के हस्ताक्षरों वाला पत्र देने को कहा है, ताकि राज्यपाल फैसला ले सकें कि उन्हें क्या करना है। हालांकि कांग्रेस ने राजभवन से अभी इस तरह के निर्देश जारी होने की पुष्टि नहीं की है।
88 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास फिलहाल 45 विधायकों का समर्थन हासिल है, जबकि जजपा व कांग्रेस अपनी पार्टी के सभी विधायकों व एक इनेलो व एक निर्दलीय विधायक को जोड़ते हुए भाजपा सरकार के अल्पमत में होने का दावा कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी राजनीतिक अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि जजपा को वैसे तो भाजपा द्वारा बहुमत साबित करने की मांग नहीं करनी चाहिए थी, लेकिन जब उन्होंने कर ही दी तो हम तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जजपा पूरी तरह से फूट का शिकार है।
उसके छह विधायक हमारे संपर्क में हैं। जो फ्लोर पर भाजपा का साथ देंगे। इसी तरह, कांग्रेस (Haryana Congress) ने भी अपने साथ 30 विधायक होने का दावा किया है, जो कि ठीक नहीं है। कांग्रेस के भी पांच से छह विधायक हमारे संपर्क में हैं, जो सरकार को अस्थिर करने के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं हैं।
No comments :