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हरियाणा में कांग्रेस करा रही है सर्वे, इसी आधार पर तय होंगे प्रत्याशी

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 24 April 2024 0 comments
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 हरियाणा में नौ सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय नहीं होने के चलते कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में सर्वे करवा रहा है। यह सर्वे खासकर भिवानी-महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम की सीटों के लिए हो रहा है। संभावना है कि आगामी एक या दो दिनों में सर्वे रिपोर्ट आ जाएगी और इसी रिपोर्ट के आधार पर प्रत्याशी तय किए जाएंगे, न कि किसी भी गुट की सिफारिश के आधार पर सीट तय की जाएंगी। उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं, इस दौरान हरियाणा में टिकटों को लेकर चर्चा हो सकती है।

प्रदेश में दो सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को लेकर पेंच फंसा हुआ है। गुरुग्राम से पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अभिनेता राज बब्बर का नाम आगे बढ़ा रहे हैं, जबकि कुमारी सैलजा गुट पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की दावेदारी मजबूत बता रहा है।

इसी प्रकार, भिवानी सीट पर श्रुति चौधरी के लिए कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी लॉबिंग कर रहे हैं, जबकि हुड्डा यहां से महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह को टिकट दिलाने पर अड़े हुए हैं। इनके अलावा, हिसार सीट पर भी विवाद है, क्योंकि यहां से सभी दलों ने जाट समुदाय के चेहरों पर दांव खेला है, ऐसे में कांग्रेस पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट देगी या नहीं, यह संशय बना हुआ है।

हुड्डा यहां से पूर्व मंत्री व सांसद जेपी को टिकट दिलाना चाह रहे हैं। हालांकि, सब कमेटी तीनों सीटों के लिए नाम तय करके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को रिपोर्ट सौंप चुकी है, लेकिन इन नामों पर अंतिम मुहर नहीं लगी है। अब पार्टी हरियाणा में एक और अंतिम सर्वे करा रही है, इसी सर्वे के आधार पर नए सिरे से नाम तय किए जाएंगे।

कांग्रेस में टिकटों को लेकर मचे घमासान के बीच ये भी तर्क दिया जा रहा है कि हरियाणा कांग्रेस के सभी दिग्गज चेहरों को लोकसभा चुनावों में उतारा जाएगा। हालांकि, अधिकतर बड़े चेहरे लोकसभा के बजाय विधानसभा चुनाव लड़ने की कह रहे हैं। हुड्डा गुट ने कुमारी सैलजा को लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा, जबकि एसआरके गुट पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव लड़ने के लिए कह रहा है। क्योंकि पिछली बार हुड्डा ने सोनीपत से चुनाव लड़ा था, हालांकि वह चुनाव हार गए थे।

खास बात ये है कि भाजपा दसों सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है और वह लगातार प्रचार में जुटे हैं। लेकिन कांग्रेस का हरियाणा में न तो संगठन है और न ही अभी तक प्रत्याशी फाइनल हो पाए हैं, बावजूद इसके प्रदेश में कांग्रेस की चर्चा है। सूची में हो रही देरी को लेकर जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व नेताओं में बेचैनी बढ़ रही है, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस को गुटबाजी के चलते निशाने पर ले रहे हैं। प्रदेश का ऐसा कोई बड़ा नेता नहीं है, जो कांग्रेस के बारे में न बोल रहा है।


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