फरीदाबाद। आज पत्रकारिता का स्तर कितना गिर गया है कि अब राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार भी खुले मंच से पार्टी विशेष के प्रत्याशी के समर्थन में वोट की अपील कर रहे है। चाटुकार पत्रकार तो पहले भी होते थे, लेकिन वे पर्दे के पीछे ही किसी नेता की मदद व सहयोग करते रहे है। लेकिन एक पत्रकार ने तो चाटुकारिता की सभी हदे पार कर दी है। इस पत्रकार ने एक सार्वजानिक कार्यक्रम में पार्टी विशेष प्रत्याशी के पक्ष में मंच से न केवल वोट की अपील की, बल्कि अपने सम्बोधन में चाटुकारिता की सभी सीमाएं लांघ दी।
ऐसे ही पत्रकारों के कारण समाज में आज पत्रकारिता का पेशा बदनाम होता जा रहा है। पहले से इस पत्रकार की सत्ताधारी नेताओं के साथ जुगलबंदी किसी से छुपी नहीं है। कभी उनके साथ देश - विदेश के दौरे पर जाना तो कभी उनकी हाजरी भरना ऐसे तथाकिथत पत्रकारों के लिए आम बात है। लेकिन अब खुले मंच से किसी पार्टी के प्रत्याशी के लिए प्रचार करना बहुत ही शर्मनाक है।
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