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बिजली यूनियन के भूपसिंह प्रधान और दिगंबर सिंह चुने गए सचिव

Posted by : pramod goyal on : Sunday 17 March 2024 0 comments
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 फरीदाबाद,17 मार्च -


ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन की एनआईटी यूनिट का प्रतिनिधि सम्मेलन सर्कल सचिव कृष्ण कुमार कालीरमन की अध्यक्षता में एनएच 5 बारात घर में संपन्न हुआ। इसमें सभी सब यूनिटों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस सम्मेलन में एएचपीसी वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी व सर्कल सचिव कृष्ण कुमार कालीरमन की देखरेख में सर्व सम्मति से नई यूनिट कमेटी के चुनाव भी संपन्न करवाए गए। जिसमें भूपसिंह कौशिक को प्रधान, दिगंबर सिंह को सचिव व सुरेंद्र शर्मा को वित्त सचिव चुना गया। इसके अलावा गिरीश कुमार राजपूत को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सतीश कुमार व सुबोध कुमार को उपप्रधान, प्रकाश कुमार को सह सचिव, सुरेंद्र शर्मा को कैशियर, राहुल व त्रिमेश्वर कुमार को संगठन सचिव, अनुराग को ऑडिटर और अशोक कुमार को प्रेस सचिव चुना गया। चुने गए पदाधिकारियों को पूर्व सर्कल सचिव

लज्जा राम ने पद एवं जिम्मेदारियों की शपथ दिलाई।
यूनिट कमेटी के चुनाव से पहले यूनिट सचिव गिरीश राजपूत ने विगत तीन वर्षों की सांगठनिक व आंदोलनात्मक और सुरेंद्र शर्मा ने वित्त की रिपोर्ट प्रतिनिधियों के समक्ष बहस के लिए पेश की। प्रतिनिधियों ने कुछ सुझावों के साथ दोनों रिपोर्ट को सर्व सम्मति से पारित किया।

सम्मेलन में ईईएफआई व ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के उपाध्यक्ष सुभाष लांबा, एएचपीसी वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी, सर्कल सचिव कृष्ण कुमार कालीरमन, पूर्व सर्कल सचिव लज्जा राम, पूर्व चेयरमैन फुलमन भारती, एएचपीसी वर्कर यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष एवं किसान नेता सतपाल नरवत, सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान करतार सिंह जागलान, बल्लभगढ़ यूनिट के प्रधान रामकेश साहरण, सचिव धर्मेंद्र तेवतिया व वरिष्ठ उपप्रधान सुरेंद्र खटकड़ , ग्रेटर यूनिट के प्रधान दिनेश शर्मा, ओल्ड यूनिट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रवेश बैंसला आदि मौजूद रहे।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी व उप प्रधान सुभाष लांबा ने कहा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्र सरकार ने पुरानी पेंशन बहाली व आठवें पे कमीशन के गठन से इंकार करने और हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग कर ठेका कर्मियों को नियमित करने जैसी महत्वपूर्ण मांग की अनदेखी से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि बड़े पूंजीपतियों के लाखों करोड़ के कर्ज़ और टैक्स को माफ करने के लिए सरकार के पास घन की कोई कमी नहीं है। लेकिन पुरानी पेंशन बहाली, आठवें पे कमीशन के गठन व ठेका कर्मियों को नियमित करने के लिए घन का अभाव है। ‌सम्मेलन में बिजली अमेंडमेंट बिल को वापस लेने,एक्स ग्रेसिया रोजगार स्कीम में लगाई गई शर्तों को हटाने, ठेका कर्मियों को रिटायरमेंट पर सम्मानजनक पेंशन व ग्रेच्यूटी देना, बिजली अमेंडमेंट बिल को वापस लेने आदि मांगों को प्रमुखता से उठाया गया। सम्मेलन में उक्त मांगों के समाधान होने तक आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया।

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