//# Adsense Code Here #//
सूरजकुंड (फरीदाबाद), 06 फरवरी। 37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले की मुख्य चौपाल पर देश-विदेश के कलाकारों ने अपने-अपने देश की संस्कृति व तीज त्यौहारो की छवि और वीरों की गाथाओं का गीत संगीत व नृत्य कला के माध्य
म से बडा ही सुंदर वर्णन करके धूम मचा रहे हैं। मंगलवार को कलाकारों ने अपने देश की सुंदरता भरे उन रंगों की छवि को बड़ी खूबसूरती के साथ अपने गायन, संगीत तथा नृत्य कला से पेश किया कि चौपाल पर बैठे सभी दर्शक झूमने लगे और कलाकारों के सम्मान में पर्यटकों की तालिया से चौपाल गूंज उठी। गुजरात राज्य के कलाकारों ने गरबा नृत्य की जोरदार प्रस्तुति दी। वहीं एस्टोनिया देश के कलाकारों ने अपने देश की हरियाली व खुशहाली को अपने गीत संगीत के साथ-साथ शानदार नृत्य कला से पेश किया। गुजरात के पोरबंदर नगर से आए लाखन सिंह की टीम ने तलवार रास प्रस्तुत कर लोगों का मन जीत लिया। पुरातन समय में युद्ध अभ्यास के दौरान होने वाली तलवार बाजी के माध्यम से ही तलवार रास की शुरूआत माना जाती है। इसी को लेकर बडी चौपाल पर थीम स्टेट गुजरात के कलाकारों ने तलवार रास का शानदार प्रदर्शन करते हुए दर्शकों को दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया।पोरबंदर के कलाकार ने वीरों की गौरवगाथा को तलवार रास के माध्यम से बड़ी ही सुंदरता के साथ प्रदर्शित किया। मेडागास्कर देश के कलाकारों ने अपने देश की संस्कृति को रैलीनिवा सॉन्ग द्वारा प्रस्तुत किया तथा कांगो इत्यादि देश के कलाकारों ने अपने गीत, संगीत तथा डांस की शानदार पेशकश से पर्यटकों की वाह-वाही लूटी।
No comments :