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ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल 1 दिसंबर तक बढ़ा दी

Posted by : pramod goyal on : Monday 20 November 2023 0 comments
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 फरीदाबाद 20 नवंबर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल 1 दिसंबर तक बढ़ा दी है। कल 21 नवंबर को मांगों के समर्थन में उपायुक्त कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन डीसी को सौंपा जाएगा। इसके बाद भी अगर मांगों का समाधान नहीं किया गया तो 28 और 29 नवंबर को पंचकूला में 24 घंटे का महा पड़ाव डाला जाएगा जि


समें प्रदेश भर से हजारों कर्मचारी भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में फरीदाबाद से सैकड़ो कर्मचारी पंचकूला जाएंगे। यह जानकारी आज जिला प्रधान महेंद्र सिंह माढोतिया और  जिला सचिव दिनेश पाली ने संयुक्त रूप से दी। हड़ताली कर्मचारियों को सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने भी संबोधित किया। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को हड़ताल करते हुए 42 दिन हो गए हैं। लेकिन सरकार इसकी अनदेखी कर रही है।यूनियन ने प्रदेश के पंचायत एवं विकास मंत्री देवेंद्र बबली पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाया । उन्होंने कहा कि पहले यूनियन प्रतिनिधि मंडल  को 8 नवंबर को बैठक करने के लिए आमंत्रित किया गया। इसके बाद दीपावली का बहाना बनाकर मीटिंग को  स्थगित कर दिया गया। अगली मीटिंग की तिथि नहीं बताई गई। सरकार की इस टाल मटोल की नीति से कर्मचारियों में काफी नाराजगी और गुस्सा व्याप्त है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपनी 16 सूत्री मांगों को लागू करवाने के 10 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं।  इस हड़ताल को नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा ने भी अपना समर्थन दे दिया है। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन की 18 नवंबर को रोहतक में  कन्वेंशन हुई थी।जिसमें सरकार के अड़ियल रवैये को देखते हुए हड़ताल को  आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया। क्योंकि सरकार के साथ कई की दौर वार्ताएं होने के बाद भी लंबित मांगों के  हल का रास्ता नहीं निकाला गया है। उन्होंने कहा कि है। कि सरकार  दलितों के हितों को ऊपर रखने की बात तो करती है। लेकिन असल में उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करती। हड़ताल की वजह से गांवों में सफाई का काम ठप हो गया  है। ग्रामीण क्षेत्रों में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। लेकिन सरकार इससे वे खबर हो रही है।   जबकि आम जनता को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।  यूनियन की मुख्य मांगों में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पक्का करना, न्यूनतम वेतन ₹26000 प्रतिमाह संशोधित करके देना, ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को बीडीपीओ के रोल पर रखना। बीमार होने पर  पैनल के अस्पतालों में इलाज की सुविधा प्रदान करना है।  आज के प्रदर्शन को नरेश , राजू, तिगांव, मनोज नरियला, राजू नरावली, महेंद्र मंढोतिया, धर्मेंद्र, श्यामवती, बीना, राजवती, राजन, मोखला देवी, मनोज हंस, बलेश कुमारी विनीत, आदि ने भी संबोधित किया।

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