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फरीदाबाद 25 अक्टूबर फरीदाबाद के सैकड़ो ग्रामीण सफाई कर्मचारी कल 26 अक्टूबर को करनाल, सीएम सिटी में महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाली अधिकार रैली में भाग लेंगे। यह जानकारी यूनियन के जिला प्रधान महेंद्र सिंह मंढोतिया और जिला सचिव दिनेश पाली ने हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए दी। इस मौके पर सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि इस रैली को सफल बनाने के लिए यूनियन ने गांव-गांव में जाकर सभाएं करके सभी ग्रामीण सफाई
कर्मचारियों को तैयार किया है। विदित है। कि ग्रामीण सफाई कर्मचारी 10 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं। आज हड़ताल करते हुए 16 दिन हो गए हैं। लेकिन सरकार की तरफ से हड़ताल को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। आज की हड़ताल को तब और बल मिल गया। जब सरपंच यूनियन के गांव फतेहपुर के सरपंच श्री खेमचंद पहलवान ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि सबसे अधिक कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों को राज्य सरकारों को अधिक वेतन देना चाहिए। क्योंकि ये कर्मचारी गांवों में सफाई और कूड़ा करकट को उठाते हैं। यह कार्य हर कर्मचारी नहीं कर सकता है । इनका कार्य कार्यालय में बैठने वाले लिपिकों और अन्य कर्मचारियों की तुलना में बहुत अधिक महत्व रखता है। लेकिन इन्हीं को सबसे कम वेतन और लंबे समय तक कच्चा ही रखा जाता है। इन्हें राज्य सरकार को पक्का करना चाहिए। इनका पिछले 17 सालो से शोषण हो रहा है। यूनियन के नेताओं ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि उनके और शहरी सफाई कर्मचारियों के वेतन में काफी अंतर है। शहरी सफाई कर्मचारियों को अधिक सुविधाएं दी जाती हैं। जबकि ग्रामीण सफाई कर्मचारीयों को इनकी तुलना में कुछ भी नहीं मिलता है। यूनियन की मांग है। कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पक्के कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। इनको पंचायत के बजाय सरकार के पे रोल पर रखा जाए,₹26000 वेतन दिया जाए, वेतन में वार्षिक बढ़ोतरी की जाए और महंगाई भत्ता लागू किया जाए, 3 महीने के बजाय वार्षिक बजट प्रति माह की 7 तारीख तक वेतन भुगतान के लिए दिया जाए। पी एफ और इएस आई के कार्ड जारी किए जाएं। मृतक कर्मियों के परिजनों को 5 लाख का मुआवजा तथा एक्स ग्रेशिया नीति लागू करके उनके परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाए। काम के औजारों का मासिक भत्ता तय किया जाए। वर्दी धुलाई भत्ता लागू किया जाए ।400 की आबादी पर एक कर्मचारी को भर्ती किया जाए। डोर टू डोर के कर्मचारियों को ठेका प्रथा की बजाय बीडीपीओ के माध्यम से भर्ती किया जाए। और ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बराबर वेतन और अन्य लाभ दिए जाएं। बेगारी से मुक्ति के लिए पंचायत के बजाय अलग से सुपरवाइजर लगाए जाएं। बच्चों की शिक्षा के लिए शिक्षा भत्ता दिया जाए। आज की हड़ताल को नरेश ब्लॉक प्रधान फरीदाबाद, राजू ब्लॉक प्रधान तिगांव, मनोज नरियला, राजू नरावली, मूर्ति और धकेली, शीला, ज्ञानवती, कमलेश धर्मेंद्र, ओमप्रकाश , आदि ने भी संबोधित किया।
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