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फरीदाबाद, 29 अक्टूबर - भगवान वाल्मीकि जी ने महाकाव्य रामायण में आध्यात्मिक, सामाजिक एवं राजनीतिक ज्ञान देकर समस्त मानव जाति पर किया उपकार।
उनकी शिक्षाएं मनुष्य का मार्गदर्शन करने में हमेशा सार्थक सिद्ध हुई है, भगवान वाल्मीकि ने रामायण में अश्वमेघ यज्ञ का घोड़ा लव ओर कुश द्वारा पकड़े जाने की घटना लिखकर मानव जाति को शिक्षा, संघर्ष और अन्याय के सामने कभी न झुकने का संदेश भी दिया है
। यह वाक्य विगत कल देर रात्रि भगवान वाल्मीकि प्रकट दिवस के अवसर पर शहर में अलग-अलग मन्दिरो से निकाली गई शोभा यात्राओं का शुभारंभ करते हुए वाल्मीकि बिरादरी के लोगों को संबोधित करते हुए नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कहे उन्होंने कहा कि यदि समाज को तरक्की और उन्नति के मार्ग पर ले जाना है, तो समस्त वाल्मीकि बिरादरी के लोगों को नशा, कुर्ती, अंधविश्वास त्याग कर गुरु वाल्मीकि जी की शिक्षा की प्रतीक कलम हाथों में थामनी होगी अगर अपनी आने वाली पीढ़ी को सामाजिक प्रतिस्पर्धा में शामिल करना है तो अपने जीवन में शिक्षा को आत्म सात करना होगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने असहनीय कष्ट उठाकर शिक्षा प्राप्त की और देश को दुनिया का सबसे बेहतर संविधान देकर दुनिया में अपनी काबिलियत का डंका बजवाया है। संयुक्त राज्य अमेरिका में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 19 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित कर उनको *"स्टेचू ऑफ़ इक्वलिटी"* नाम दिया गया है। भगवान वाल्मीकि प्रकट दिवस के अवसर पर जहां सभी वाल्मीकि मंदिरों को सजाया गया वहीं अलग-अलग मंदिरों से शोभा यात्राएं भी निकल गई प्रातः कालीन 5 नंबर के ब्लॉक वाल्मीकि मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई तथा दो नंबर सी ब्लॉक वाल्मीकि मंदिर वह गांधी कॉलोनी स्थित वाल्मीकि आश्रम से भी विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया।
। यह वाक्य विगत कल देर रात्रि भगवान वाल्मीकि प्रकट दिवस के अवसर पर शहर में अलग-अलग मन्दिरो से निकाली गई शोभा यात्राओं का शुभारंभ करते हुए वाल्मीकि बिरादरी के लोगों को संबोधित करते हुए नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कहे उन्होंने कहा कि यदि समाज को तरक्की और उन्नति के मार्ग पर ले जाना है, तो समस्त वाल्मीकि बिरादरी के लोगों को नशा, कुर्ती, अंधविश्वास त्याग कर गुरु वाल्मीकि जी की शिक्षा की प्रतीक कलम हाथों में थामनी होगी अगर अपनी आने वाली पीढ़ी को सामाजिक प्रतिस्पर्धा में शामिल करना है तो अपने जीवन में शिक्षा को आत्म सात करना होगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने असहनीय कष्ट उठाकर शिक्षा प्राप्त की और देश को दुनिया का सबसे बेहतर संविधान देकर दुनिया में अपनी काबिलियत का डंका बजवाया है। संयुक्त राज्य अमेरिका में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 19 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित कर उनको *"स्टेचू ऑफ़ इक्वलिटी"* नाम दिया गया है। भगवान वाल्मीकि प्रकट दिवस के अवसर पर जहां सभी वाल्मीकि मंदिरों को सजाया गया वहीं अलग-अलग मंदिरों से शोभा यात्राएं भी निकल गई प्रातः कालीन 5 नंबर के ब्लॉक वाल्मीकि मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई तथा दो नंबर सी ब्लॉक वाल्मीकि मंदिर वह गांधी कॉलोनी स्थित वाल्मीकि आश्रम से भी विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर गांधी कॉलोनी स्थित आश्रम के प्रधान किशोरी लाल राकेश ढिकाव, दो नंबर सी ब्लॉक मंदिर के प्रधान दिलीप कुमार चंडालिया, सुनील चंडालिया, श्रीपाल उज्जीनवाल,दर्शन सिंह सोया, इंद्र संगेलिया, अजय चिंडालिया, रोनी शेरगिल, अनिल भंडारी, पांच नंबर जी ब्लॉक मंदिर के प्रधान राजेंद्र चिंडलीय उर्फ जिंदर, वीर कुंवर पाल, सुभाष फेटमार,कर्मवीर, विनोद कुमार, तथा समाजसेवी लीलू राम भगवान हरियाणा वाल्मीकि महासभा के जिला प्रधान संजीव नीमका नगर निगम के जूनियर इंजीनियर यूनियन के सचिव अजय शास्त्री सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान गुरचरण खंडिया सहित शहर के दर्जनों समाजसेवियों ने भी शोभायात्रा में शिरकत की । शोभा यात्राओं के समापन पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा दी गई मनमोहक झांकियां में देवी देवताओं एवं भगवानों के किरदार को निभाने वाले कलाकारों को सम्मानित भी किया गया।
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