HEADLINES


More

आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन 26 और 27 अक्टूबर को जिला कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगी

Posted by : pramod goyal on : Saturday 21 October 2023 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//

 फरीदाबाद 21 अक्टूबर आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन हरियाणा, जिला कमेटी फरीदाबाद आगामी 26 और 27 अक्टूबर को जिला कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय पर सेक्टर 12 में आक्रोश प्रदर्शन  करेंगी।इस बाबत आंदोलन का नो


टिस राज्य कमेटी के आह्वान पर कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय में सौंप दिया गया है। यह जानकारी सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने दी। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन ने अपनी लंबित मांगों के लिए वर्ष 2021-22 में आंदोलन किया था। तब सरकार ने आंदोलनकारी वर्करों की मांगों को लागू करने के  बजाए दमनकारी नीतियों को अपनाना शुरू कर दिया। इसलिए यूनियन ने पुनः पुरानी मांगों को लड़कर प्राप्त करने के लिए संघर्ष का रास्ता अपनाया है। संघर्ष का नोटिस देते वक्त राज्य प्रधान देवेंद्ररी शर्मा, जिला सचिव मालवती, सीटू के जिला प्रधान निरंतर पाराशर, उपप्रधान  रवि, सीटू जिला कमेटी सदस्या कमलेश और सविता उपस्थिति रही। मांगों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि पिछले आंदोलन के दौरान उन पर दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाएं, यूनियन ने वर्कर और हेल्परों के मानदेय में प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को लागू करने के लिए वर्ष 2021-22 में हड़ताल की थी। लेकिन मानदेय में बढ़ोतरी करने के बजाय सरकार ने बदले की भावना से कार्रवाई करते हुए उनके मानदेय में 100 और 200 रुपए की कटौती करने के आदेश दे दिए। इसलिए इस कटौती को वापस लिया जाए। काटी गई राशि का भुगतान शीघ्र किया जाए। 10 साल के अनुभव को हड़ताल अवधि में जोड़कर मानदेय दिया जाए। वर्ष 2018 में केंद्र सरकार द्वारा वर्करो के वेतन में ₹1500 की बढ़ोतरी और हेल्पर के वेतन में 750 रुपये का इजाफा किया गया था। इन घोषणाओं को लागू किया जाए। इसके साथ-साथ पोषण ट्रैकर एप पर दबाव देकर कार्य करने पर रोक लगाई जाए। मोबाइल फोन राशि जारी की जाए। सितंबर 2022 से महंगाई भत्ते को मानदेय में जोड़ कर दिया जाए। ईंधन की राशि बढ़ाई जाए या विभाग के द्वारा सिलेंडर भर कर दिए जाएं। जब तक यह इंतजाम नहीं होता तब तक कच्चा राशन वितरण करने का प्रावधान जारी रखा जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों  पर रजिस्टर, अलमारी, कुर्सी, मेज, झाड़ू, पोछा इत्यादि समान दिया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों का किराया बढ़ाया जाए। और पिछला बकाया किराया का भुगतान किया जाए। वर्दी राशि ₹2000 वार्षिक की जाए। राशन सप्ताह में 6 दिन मदर ग्रुप समिति से बनवाया जाए। वर्करो और हेल्परों के खाली पदों को भरा जाए। हेल्पर से वर्कर और वर्कर से सुपरवाइजर वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नत किये जाए।  वर्कर और  हेल्परों को कुशल  और अकुशल की श्रेणी में रखा जाए। आंगनबाड़ी वर्करों और  हेल्परों को ईएसआई और पीएफ की सुविधा प्रदान की जाए। न्यूनतम वेतन₹26000 संशोधित किया जाए। इन्हें सेवा निवृत पर पेंशन और ग्रैजुएटी का लाभ दिया जाए। आंगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों को पक्का किया जाए।

No comments :

Leave a Reply