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हजारों हड़ताली आशा वर्कर्स ने केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुज्जर के कार्यलय पर जोरदार प्रदर्शन किया

Posted by : pramod goyal on : Monday 18 September 2023 0 comments
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 फरीदाबाद,18 सितंबर। 


हजारों हड़ताली आशा वर्कर्स ने केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुज्जर के कार्यलय पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन से पूर्व आशा वर्कर बड़खल मोड़ पर एकत्रित हुई। वहां से अपनी मांगों के समर्थन और सरकार व विभाग के मांगों के प्रति घोर उपेक्षापूर्ण रवैए के खिलाफ जूलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के आफिस के लिए कूच किया। आफिस से कुछ दूर पहले वहां मौजूद भारी पुलिस बल ने आशा वर्करों को रोक दिया। वहां कुछ देर पुलिस व आशा वर्करों में तीखी कहासुनी हुई। आशा वर्करों के आक्रामक तेवरों को देखते हुए पुलिस ने बैरीकेटिंग को हटाने पर मजबूर होना पड़ा। जिसके बाद हजारों आशा वर्करों ने केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के आफिस पर पहुंच कर जोरदार प्रदर्शन किया। केंद्रीय राज्य मंत्री के पीए ने राज्य मंत्री से बातचीत करके आशा वर्कर यूनियन के नेताओं को राज्यमंत्री के साथ 22 सितम्बर को प्रतिनिधिमंडल की वार्ता करवाने का आश्वाशन दिया है। जिसके बाद प्रदर्शन को समाप्त किया गया। आशा वर्कर यूनियन की राज्य महासचिव सुनीता व प्रधान सुरेखा ने ऐलान किया की अगर सरकार ने शीध्र मांगों का समाधान नहीं किया तो 25 अगस्त को आशा वर्कर जेल भरो आंदोलन करेगी और जिला मुख्यालय पर सामूहिक गिरफ्तारियां देंगी। उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार आशा वर्कर्स के प्रति दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। महिलाओं पर जिस प्रकार से सरकार ने 27 और 28 को दमन का जो तरीका अपनाया वह बेहद निंदनीय था। यह खुले तौर पर नागरिक व मानवाधिकारों का उल्लघंन है। इसे लेकर राज्य की वर्कर्स में भारी रोष व्याप्त है। सोमवार को आयोजित प्रदर्शन में आशा वर्कर यूनियन हरियाणा की प्रधान सुरेखा, महासचिव सुनीता, सीआईटीयू के महासचिव जयभगवान और अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा भी शामिल हुए। प्रदर्शन में पलवल व फरीदाबाद की हजारों आशा वर्करों ने भाग लिया।


प्रदर्शन को प्रमुख रूप से आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा की प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा, महासचिव सुनीता, सीटू महासचिव जय भगवान व एआईएसजईएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा ने संबोधित किया। उक्त नेताओं ने कहा की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली हरियाणा सरकार के मुखिया के पास हरियाणा की 20 हजार आशा वर्कर्स के लिए बातचीत तक करने का समय नहीं। उन्होंने कहा कि पिछले 42 दिन की आशा वर्करों की हड़ताल के बाद भी सरकार या स्वास्थ्य विभाग द्वारा हड़ताली वर्कर्स से कोई बात नहीं की जा रही है। उन्होंने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि हमारी मांगों का निपटारा सम्मानजनक तरीके से हो। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं का निजीकरण कर रही है। सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की अन्य स्टाफ की बेहद कमी है और  ढांचागत सुविधाएं नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे आंदोलन की यह भी मांग है कि सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत हो। उन्होंने कहा की राज्य के मुख्यमंत्री कह रहे हैं यह केंद्र सरकार की योजना है, वेतन केंद्र बढ़ाएगा। इसलिए आज केंद्रीय मंत्री के दरवाजे पर हजारों आशा वर्कर्स पहुंची है। ताकि केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर केन्द्र एवं राज्य सरकार से बातचीत कर कोई सकारात्मक रास्ते तलाशने में मदद करें।

उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार 7-8 प्रोत्साहन राशियों को ज्यादा वेतन बता रही है।  लेकिन वह यह नहीं बता रही की सरकार आशा वर्कर से 70-80 हजार रुपए लेने वाले पक्के कर्मचारी की तरह से काम ले रही है और न ही सरकार यह बताने का कष्ट करती है कि 2018 के बाद से हमने आशा वर्कर पर बेतहाशा काम बढ़ा दिए हैं। 2018 के बाद आशा के वेतन में हमने कोई बढ़ोतरी नहीं की है, उलटे कटौतियां की हैं। ऑनलाइन कामों के लिए आशा वर्कर्स को एक नए पैसे का भी भुगतान नहीं हो रहा। उल्टे उनकी प्रोत्साहन राशियों में कटौती की गई है।
प्रदर्शन को आशा वर्कर यूनियन हरियाणा की राज्य सचिव सुधा, उप प्रधान रामरती चौहान, फरीदाबाद की जिला प्रधान हेमलता गोयल, पलवल जिला सचिव बबली सैनी ,सीटू नेताओं निरंतर पराशर, रमेश चंद्र, अनिल कुमार, वीरेंद्र सिंह डंगवाल आदि ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हठधर्मिता अपनाए है। उन्होंने कहा कि अब राज्य की 20 हजार आशा वर्कर्स जनता के बीच जा रही हैं।  हम 4 लाख घरों तक पहुंचेंगे। ब्लॉक स्तर पर पंचायतें की जा रही हैं। इसमें आमजन व जनप्रतिनिधियों को बुलाया जा रहा है। यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार हमारा मानदेय बढ़ाए, न्यूनतम वेतन 26000 रूपये करे, हमे स्वास्थ्य विभाग का स्थाई कर्मचारी घोषित करे। उन्होंने कहा कि इन मांगों को हासिल करने के लिए 25 सितंबर को राज्य भर में सभी जिलों में आशाएं जेल भरेंगी। प्रदर्शन में मेवात से रजनी सचिव  कांता,भूरी, अल्केस,रानी,सविता जैन,
राजन, हकीमन आदि मौजूद थे।

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