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राजकीय संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल एनआईटी-3 में ऊर्जा संरक्षण को लेकर सेमिनार का आयोजन

Posted by : pramod goyal on : Wednesday, 31 May 2023 0 comments
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 फरीदाबाद31 मई। एडीसी अपराजिता के मार्गदर्शन में आज नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा विभाग के द्वारा आज राजकीय संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल एनआईटी-3 में ऊर्जा संरक्षण को लेकर सेमिनार का आयोजन किया।

सहायक परियोजना अधिकारी रविकांत शर्मा ने छात्र-छात्राओं को ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि छात्र-छात्राएं स्वयं और आसपास ऊर्जा के अपव्यय पर रोक लगा सकते है। वह बिजली का बचाव करेंजैसे कि पूरे रूम के लाइट्स बंद करना जब वे कक्षा से निकल जाते हैंइलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बंद करना जब वे उन्हें उपयोग नहीं कर रहे होते हैं। अगर आपको कोई उपकरण या लाइट या एप्लायंस काम नहीं कर रहा हैतो उसे बंद करें। LED जैसी ऊर्जा की बचत करने वाली बिजली सवाई लैंप का उपयोग करें। गर्मियों के मौसम में हमें नवीन ऊर्जा का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करना चाहिए जिससे हमारे प्राकृतिक संसाधन बच सके।

हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनजिला कार्यक्रम प्रबंधक शिवम तिवारी ने सभी प्रतिभागियों को डिजिटल ट्रांसजेक्शन के महत्व  पर जागरूक किया।

राजकीय गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रोफेसर सुषमा ने छात्र-छात्राओं को ऊर्जा बचत के लिए बिजली का सदुपयोग करने के लिए प्रेरित किया। ऊर्जा संरक्षण एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से ऊर्जा का उपयोग अच्छी तरह से किया जाता है और उसकी बर्बादी को कम किया जाता है। यह उन संग्रहीत उपायों और तकनीकों का संयोजन है जो ऊर्जा का उपयोग करते समय उसकी बर्बादी को कम करने और उपयोगिता को बढ़ाने का लक्ष्य रखते हैं।

साथ ही राजकीय संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल एनआईटी-3 के अध्यापक देवेंद्र ने भी बच्चो को ऊर्जा संरक्षण के विषय पर सम्बोधित करते हुए उनके ज्ञान में वृद्धि की। उन्होंने कहा कि अक्सर हम अपने घरों या कार्यालयों में आवश्यकता न होने पर भी बिजली उपकरणों को चालू ही छोड़ जाते हैं। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि जब भी कोई बिजली से चलने वाला उपकरण इस्तेमाल न हो रहा हो तो उस स्थिति में उसे स्विच ऑफ कर देना चाहिए। यह पर्यावरण की दृष्टि के साथ-साथ आर्थिक तौर पर भी हम सबके लिए फायदेमंद है। इसका मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से बचावपर्यावरण की सुरक्षाऊर्जा संचयनऊर्जा सुरक्षा और समृद्धि को सुनिश्चित करना है। ऊर्जा संरक्षण के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कदम उठाए जाते हैंजैसे विद्युत ऊर्जाइंधन ऊर्जापानी ऊर्जाऊर्जा परिवहनऊर्जा नियंत्रणऊर्जा उत्पादन और उपयोग तकनीकऔर ऊर्जा संचयन और प्रबंधन। इन क्षेत्रों में उचित तकनीकी और व्यवहारिक प्रशिक्षणसंग्रहीत ऊर्जा का उपयोगबचत के उपायप्रदूषण को कम करने की प्रक्रियाएंविद्युत और ऊर्जा संचय उपकरणों का उपयोगआदि शामिल होते हैं। कार्यक्रम ने अंत में स्कूली छात्र-छात्राओं ने ऊर्जा संरक्षण को लेकर जागरूकता रैली निकाली।


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