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धूम्रपान निषेध दिवस - तंबाकू और नशा न करने की शपथ ली

Posted by : pramod goyal on : Wednesday, 31 May 2023 0 comments
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 सराय ख्वाजा फरीदाबाद स्थित गवर्मेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विश्व धूम्रपान निषेध दिवस पर जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड सदस्य छात्र छात्राओं ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर तंबाकू और ड्रग्स का प्रयोग न करने की शपथ ली। विद्यालय में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा


कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों ने 1987 में तम्बाकू महामारी और इसके कारण होने वाली रोकी जा सकने वाली मृत्यु और बीमारी पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिए विश्व तम्बाकू निषेध दिवस बारे जागरूकता लाने के लिए प्रयासरत है। इस दिन का उद्देश्य तम्बाकू के उपयोग के व्यापक प्रसार और नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभावों की ओर ध्यान आकर्षित करना है जो वर्तमान में भर में हर वर्ष आठ मिलियन से अधिक लोगों की मृत्यु का कारण बनता है जिसमें गैर धूम्रपान करने वालों के दूसरे हाथ के संपर्क में आने के परिणामस्वरूप 1.2 मिलियन सम्मिलित हैं। यह दिवस विश्व भर में सरकारों, सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठनों, धूम्रपान करने वालों, उत्पादकों और तंबाकू उद्योग से उत्साह और प्रतिरोध दोनों के साथ मिला है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि भारत तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता एवं उत्पादक देश है। विश्व स्तर पर तंबाकू के सेवन के कारण हर वर्ष लगभग अस्सी लाख लोगों की मृत्यु होती है। विश्वभर में धूम्रपान करने वाली महिलाओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रहा है। यद्यपि इस कारण से महिलाओं को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिसमें गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर और हृदय संबंधी रोग इत्यादि सम्मिलित है। भारत सरकार ने वर्ष 2007 में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को प्रारंभ किया था। जिसका उद्देश्य जागरूक करना तंबाकू उत्पादों के उत्पादन और आपूर्ति को कम करना, कोप्टा के प्रावधानों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करना इत्यादि। धूम्रपान करने से धमनियां कमजोर होने लगती हैं और कोरोनरी हार्ट डिजीज और स्ट्रोक हो सकता है। कुछ अध्ययनों में पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक स्तर पर बढ़े हार्ट अटैक के लिए धूम्रपान को भी एक संभावित कारक बताया गया है। इसके अलावा तम्बाकू का उपयोग से कैंसर या फेफड़े की बीमारी भी हो सकती है। प्रार्थना सभा में प्राचार्य मनचंदा ने सभी अध्यापकों और विद्यार्थियों को शपथ दिलवाई कि मैं कभी भी धूम्रपान व अन्य किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करूंगा एवम अपने परिजनों को भी धूम्रपान व अन्य किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित करूंगा। मैं अपने विद्यालय परिसर को भी तंबाकू मुक्त रखूंगा तथा सभी सहयोगियों और विद्यार्थियों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करूंगा। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने सभी विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को तंबाकू और अन्य नशे वाले उत्पादों से जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया।

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