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फरीदाबाद : नवरात्रों के छठवें दिन महारानी वैष्णो देवी मंदिर में माता कात्यायनी की भव्य पूजा अर्चना की गई. इस मौके पर मंदिर में प्रात से ही भक्तों का तांता लगना आरंभ हो गया. मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने मंदिर में आने वाले सभी भक्तों का भव्य स्वागत किया. श्री भाटिया ने अपनी उपस्थिति में माता कात्यायनी की भव्य पूजा-अर्चना
का शुभारंभ करवाया .
इस अवसर पर मंदिर में मां के दरबार में इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी अशोक बंसल, डीएसपी मनीष सहगल, उद्योगपति आरके बत्रा, संजीव, बलबीर, संजय , हरमन, विकास एवं दर्शन ने कात्यानी माता के दरबार में हाजिरी लगाई तथा पूजा अर्चना में हिस्सा लिया. इन सभी ने कात्यानी माता का आशीर्वाद ग्रहण किया.मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने आए हुए अतिथियों को माता की चुनरी भेंट की.
इस अवसर पर श्री भाटिया ने भक्तों को माता कात्यायनी के बारे में बताया कि माँ पार्वती ने राक्षस महिषासुर का वध करने के लिए देवी कात्यायनी का रूप धारण किया। यह देवी पार्वती का सबसे हिंसक रूप है, इस रूप में देवी पार्वती को योद्धा देवी के रूप में भी जाना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार देवी पार्वती का जन्म ऋषि कात्या के घर पर हुआ था और जिसके कारण देवी पार्वती के इस रूप को कात्यायनी के नाम से जाना जाता है। मां कात्यानी की सवारी शेर है तथा अत्र-शस्त्र- चार हाथ - बाएं हाथों में कमल का फूल और तलवार धारण किए हुए है और अपने दाहिने हाथ को अभय और वरद मुद्रा में रखती है। माता को शुद्ध शहद और केसर का भोग अति प्रिय है, सोने के समान चमकने वाला सुनहरा रंग उन्हें बेहद पसंद है. मां कात्यानी की सच्चे मन से पूजा करने वाले भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है
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