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जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के इंजीनियर्स ने बनाया ऑल टरेन व्हीकल

Posted by : pramod goyal on : Friday 1 April 2022 0 comments
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 फरीदाबाद, 1 अप्रैल - जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के विद्यार्थियों द्वारा डिजाइन एवं विकसित ऑल टरेन व्हीकल (सभी तरह के मैदानों पर चलने में सक्षम वाहन) को विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शित किया गया। यह वाहन एसएई इंडिया 2022 इवेंट के लिए विश्वविद्यालय के विभिन्न इंजीनियरिंग शाखाओं के 20 छात्रों की मैकनैक्सट रेसिंग टीम द्वारा तैयार किया गया है। एसएई इंडिया बाहा सीरिज के 15वें संस्करण का तीसरे चरण 6 अप्रैल से नेशनल ऑटोमोटिव टेस्ट ट्रैक्स (नैट्रैक्स), पीथमपुर में आयोजित किया जा रहा है। 


विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने इस ऑल टेरेन वाहन का अनावरण किया। कुलपति प्रो. तोमर ने वाहन के सफल निर्माण के लिए टीम के सदस्यों को बधाई दी और संकाय सदस्यों तथा छात्रों के प्रयासों की सराहना की। 
कुलपति प्रो. तोमर ने टीम के सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रोजेक्ट विद्यार्थियों को सही मायने में इंजीनियरिंग के कौशल सीखने का अवसर प्रदान करते है तथा यह विद्यार्थियों की इनोवेशन का एक अनूठा उदाहरण है। उन्होंने विद्यार्थियों से वाहन से संबंधित तकनीकी जानकारी भी हासिल की।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. राज कुमार तथा कुलसचिव डाॅ. एस.के. गर्ग ने भी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। प्रो. राज कुमार ने कुलपति को विद्यार्थियों के विभिन्न उपलब्धियों से भी अवगत करवाया।
इस प्रोजेक्ट में विद्यार्थियों के मार्गदर्शक रहे मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर डॉ० निखिल देव ने बताया कि टीम इवेंट में अपने अवसरों को लेकर बेहद सकारात्मक है। प्रतियोगिता में देशभर से सभी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों तथा इंजीनियरिंग संस्थानों की टीमें हिस्सा लेंगी तथा यह टीम के लिए काफी चुनौतिपूर्ण रहेगा।
उन्होंने बताया कि नया एवीटी वाहन में हल्का इंजन तथा कस्टमाइज गियर बॉक्स लगा है। वाहन का वजन लगभग 148 किलोग्राम है तथा वाहन को इस तरह से तैयार किया गया है कि इसके चारों पहिये वाहन को गति प्रदान करते है। हालांकि वाहन में परिस्थिति के अनुसार टू-व्हील ड्राइव सिस्टम का विकल्प भी है, जिससे वाहन द्वारा केवल दो पहियों को गति मिलेगी। इसके साथ-साथ वाहन 45 डिग्री की खड़ी चढ़ाई व सीढियों पर चढने में भी सक्षम है और लगभग तीन से पांच फुट की ऊंचाई से सीधा नीचे मैदान पर आसानी से आ सकता है। जिससे वाहन या चालक को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचती। 
वाहन के निर्माण पर लगभग 7.6 लाख रुपये की लागत आई है, जिसे विद्यार्थियों ने कड़ी मेहनत से लगभग नौ महीनों की समय अवधि में पूरा किया है। वाहन की अधिकतम गति सीमा लगभग 60 किमी प्रति घंटा है। डॉ. निखिल देव ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर होने जा रही प्रतियोगिता में हिस्सा लेने को लेकर विद्यार्थी काफी उत्साहित है। वाहन के परीक्षण एवं अन्य तैयारियां पूरी कर ली गई है और उम्मीद है कि विद्यार्थी प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम के दौरान मैकनैक्सट रेसिंग टीम ने वाहन की क्षमताओं का प्रदर्शन किया। 
उल्लेखनीय है कि बाहा एसएई इंडिया सीरिज अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग विद्यार्थियों का इवेंट है, जिसे सोसाइटी आफ ऑटोमोटिव इंजीनियर्स, यूएसए द्वारा विश्व स्तर पर आयोजित किया जाता है। इवेंट में विद्यार्थियों द्वारा निर्मित ऑल टरेन व्हीकल की डिजाइनिंग, निर्माण तथा रेसिंग की गुणवत्ता इत्यादि को परखा जाता है। प्रतियोगिता का उद्देश्य एवीटी वाहन निर्माण के लिए विद्यार्थियों में इंजीनियरिंग के व्यवहारिक अभ्यास को बढ़ावा देना है ताकि ऐसे वाहन के डिजाइन व निर्माण तथा उपयोगिता को लेकर विद्यार्थियों की समझ बढ़ सके।

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