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फन कैंप - कम्युनिकेटिव स्किल्स में दक्षता का पाठ पढ़ रही छात्राएं

Posted by : pramod goyal on : Thursday 31 March 2022 0 comments
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 हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के आदेशानुसार राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में कौशल विकास हेतु आयोजित किए जा रहे फन कैंप में बालिकाएं कम्युनिकेटिव स्किल्स में दक्षता का अध्याय पढ़ कर निपुण हो रही हैं। इस शिविर में पचास छात्राएं प्रतिभागिता कर रही हैं। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा


कि शिविर में भागीदारी कर रही छात्राएं बहुत ही उत्साहित हैं तथा कौशल विकास हेतु आयोजित किए जा रहे फन कैंप में स्किल डिवेलप करने के साथ साथ विभिन्न विषयों के बारे में ज्ञानोपार्जन भी कर रही हैं कम्युनिकेटिव स्किल्स एक्सपर्ट रिचा ने छात्राओं को अपनी वोकेबलरी एनरिच करने के मेथड्स पर चर्चा की और विशेष रूप से जिस भाषा में कम्युनिकेटिव स्किल डिवेलप करनी है उस भाषा में न्यूजपेपर, न्यूज चैनल के माध्यम से न्यूज सुनना और उसी भाषा की ख्याति प्राप्त पुस्तकें पढ़ने के लिए कहा। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि आप गूगल की सहायता से भी कम्युनिकेटिव स्किल्स डिवेलप कर सकते है तथा ऑनलाइन उपलब्ध पुस्तकें, ई पुस्तकें, यू ट्यूब तथा ई कंटेंट एवम विडियोज के माध्यम से भी कम्युनिकेटिव स्किल्स में दक्षता प्राप्त कर सकते हैं।बॉडी लैंग्वेज शब्दों से अधिक प्रभावशाली हो सकती है। रिलैक्स्ड ढंग से बाँहों को बगल में रखकर खड़ा व्यक्ति अधिक फैमिलियर लगता है। आप उस से बात कर सकते हैं आप स्किल्स कहीं पर भी प्रैक्टिस कर सकते हैं। ये गुण किसी भी सामाजिक या प्रोफेशनल वातावरण में विकसित हो सकते हैं। एडवांस्ड कम्युनिकेशन स्किल्स प्रतिदिन के सरल संपर्कों से शुरू होती हैं। नयी स्किल्स को सभ्य बनाने में समय ज़रूर लगता है प्रत्येक कम्युनिकेशन आपको नए अवसर देता है व भविष्य की पार्टनरशिप्स के लिए द्वार खोलता है। कम्यूनिकेट करते समय दूसरे व्यक्ति की आँखों में देखने से इंटरैक्शन अधिक सफल होता है। आई कॉन्टैक्ट करने से लगता है कि आप इंटरेस्टिड हैं। इससे दूसरे व्यक्ति को भी इंटरेस्ट लेने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।

स्वास्थ्य विभाग से अनु भाटी ने युवावस्था में हो रहे शारीरिक परिवर्तनों एवम बालिकाओं की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में विस्तृत ज्ञानवर्धन किया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने अध्यापकों मोनिका, अंशुल, पूनम सहित सभी अध्यापकों, बालिकाओं और रिसोर्स पर्सन का भी बहुत बहुत आभार प्रकट किया।

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