HEADLINES


More

टीम एट्विज ने जीता ‘चुनौती-22ः स्मार्ट इंडिया हैकथॉन’ का खिताब

Posted by : pramod goyal on : Sunday 27 March 2022 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//

 फरीदाबाद, 27 मार्च - विद्यार्थियों की इनोवेटिव सोच को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा ‘चुनौती-22ः स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2022 (एसआईएच2022) के लिए समाधान’ नामक एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय की इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) एवं जे.सी. बोस इनक्यूबेशन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था। 

चार अलग-अलग मानदंडों जैसे समस्या के पैमाने और जटिलता, समाधान की रचनात्मकता और नवाचार, कार्यान्वयन की संभावना, और समाज में लोग द्वारा स्वीकार्यता एवं वित्तीय प्रभाव आदि के आधार पर तीन टीमों को विजेता घोषित किया गया।
विजेता टीमों को पहले तीन स्थानों के लिए क्रमशः 5,100, 3,100 और 2,100 रुपये नकद पुरस्कार दिए गए। डीन, प्लेसमेंट, एलुमनाई एवं कॉर्पोरेट अफेयर प्रो. विक्रम सिंह तथा और विश्वविद्यालय की इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल के अध्यक्ष प्रो. लखविंदर सिंह की उपस्थिति में पुरस्कार वितरित किए गए।
कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने विजेता टीमों को बधाई दी और उन सभी प्रतिभागियों के

प्रयासों की सराहना की जिन्होंने अपने अभिनव विचारों को अलग सोच के साथ प्रस्तुत किया। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित किया और उनसे आग्रह किया कि वे अपने विचारों को केवल एक कार्यक्रम तक सीमित न रखें, बल्कि उन्हें एक स्टार्ट-अप के रूप में विकसित करें। प्रो. तोमर ने विद्यार्थियों को स्टार्ट-अप को डिजाइन करने के लिए अंतःविषय दृष्टकोण अपनाने पर बल दिया। 

प्रो. विक्रम सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित कर रहा है ताकि वे अपने विचारों को स्टार्ट-अप में बदल सकें। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी इनक्यूबेशन सेंटर उन्हें नई तकनीकों की समझ विकसित करने, रचनात्मकता और डिजाइन सोच को बढ़ावा देने, उचित मार्गदर्शन के साथ अनुसंधान करने, उद्यमिता एवं डिजिटल कौशल विकसित करने में मदद कर रहा है। 
प्रतियोगिता में काफी संख्या में विद्यार्थियों ने अपने अभिनव स्टार्ट-अप आइडिया प्रस्तुत किये। प्रतियोगिता के फाइनल राउंड में कुल 12 टीमें पहुंचीं। सभी टीमों को जूरी के समक्ष अपने विचार और प्रोटोटाइप पेश करने का मौका दिया गया। विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर के प्रमुख श्री अजय कुमार शर्मा और राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम, दिल्ली में वरिष्ठ प्रबंधक श्री वी. के. जैन प्रतियोगिता में जूरी सदस्य रहे। कुल नौ टीमों ने जूरी सदस्यों के सामने अपने विचार प्रस्तुत किए।
प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार इशिता सक्सेना के नेतृत्व में टीम एट्विज ने जीता। टीम द्वारा मेडिकल रिकॉर्ड सुरक्षित रूप से साझा करने का ब्लॉकचैन आधारित समाधान प्रदान किया।
हर्षिका वत्स के नेतृत्व में टीम इंविंसिबल ने दूसरा स्थान हासिल किया, जिसने रिकॉर्ड प्रबंधन का समाधान प्रस्तुत किया, जिसमें दूसरे अस्पतालों में मरीजों को रेफर करते समय लगने वाली प्रक्रिया में समय, पैसा और परेशानी बचा जा सकता है। 
हिमांशु के नेतृत्व में टीम होपलेस आइडियल्स ने तीसरा स्थान हासिल किया। टीम ने दूरस्थ क्षेत्रों में जहां सेलुलर नेटवर्क कमजोर हैं, यूआईडी आधारित सेवाओं के लिए सुरक्षित प्रमाणीकरण प्रदान करने की समस्या को हल करने के उद्देश्य से समाधान तैयार किया। 

No comments :

Leave a Reply