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फरीदाबाद 17 जनवरी प्रदेश की तमाम आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स प्ले वे स्कूल के नाम पर दी जाने वाली ट्रेनिंग का बहिष्कार करेंगी।
आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन हरियाणा(सीटू) की प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्री शर्मा, ने कहा कि राज्य सरकार वर्कर्स और हेल्पर्स की समस्याओं का समाधान नहीं कर रही हैं। एक तरफ सरकार ने को
रोना के चलते स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करने का आदेश दे रखा है। इसके साथ साथ स्कूल स्टाफ को भी आधी संख्या में बुलाया जा रहा है। दूसरी तरफ प्ले वे स्कूलों की ट्रेनिंग करना और कुछ नहीं बल्कि राज्य में जारी आंगनवाड़ी कर्मियो की हड़ताल को कमजोर करने की साजिश है। इस साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।इस आंदोलन को मजबूती प्रदान करते हुए यूनियन ने आज सोमवार को कड़ाके की ठंड होने के बावजूद भी प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के कार्यालय पर सेक्टर 8 में जोरदार प्रदर्शन करके उन्हें अपनी मांगों ज्ञापन सौंपा। मंत्री जी ने यूनियन शिष्टमंडल को मुख्यमंत्री से शीघ्र वार्तालाप कराने का आश्वासन दिया। इस प्रदर्शन में हजारों वर्कर और हेल्पर्स ने भाग लिया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने कहा की राज्य में संयुक्त तालमेल कमेटी के बैनर तले आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स 8 दिसंबर से हड़ताल पर हैं। भाजपा सरकार 40 दिन से जारी इस हड़ताल की प्रमुख मांगो का समाधान नहीं कर रही है। जब सरकार वर्कर्स और हेल्पर्स को नोटिस देकर नौकरी से हटाने आदि देने के तमाम हथकंडे अपना चुकी है। और इनमे आंदोलनकारियों को डराने में विफल हो चुकी है। अब वह साजिश करके प्ले वे स्कूलों की ट्रेनिंग के नाम पर सभी वर्कर्स और हेल्पर्स की ट्रेनिंग करने जा रही है। यह बड़ा हास्यास्पद है। कि जब आंगनवाड़ी केन्द्र और स्कूल बंद हैं। ऐसे समय में स्कूलों में 50-60 के ग्रुप को बुलाना सवाल खड़े करता है। सरकार हड़ताल खत्म करवाने हेतु इस प्रकार के कदम उठा रही है। इस साजिश को प्रदेश की आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स सफल नहीं होने देंगी।
रोना के चलते स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करने का आदेश दे रखा है। इसके साथ साथ स्कूल स्टाफ को भी आधी संख्या में बुलाया जा रहा है। दूसरी तरफ प्ले वे स्कूलों की ट्रेनिंग करना और कुछ नहीं बल्कि राज्य में जारी आंगनवाड़ी कर्मियो की हड़ताल को कमजोर करने की साजिश है। इस साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।इस आंदोलन को मजबूती प्रदान करते हुए यूनियन ने आज सोमवार को कड़ाके की ठंड होने के बावजूद भी प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के कार्यालय पर सेक्टर 8 में जोरदार प्रदर्शन करके उन्हें अपनी मांगों ज्ञापन सौंपा। मंत्री जी ने यूनियन शिष्टमंडल को मुख्यमंत्री से शीघ्र वार्तालाप कराने का आश्वासन दिया। इस प्रदर्शन में हजारों वर्कर और हेल्पर्स ने भाग लिया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने कहा की राज्य में संयुक्त तालमेल कमेटी के बैनर तले आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स 8 दिसंबर से हड़ताल पर हैं। भाजपा सरकार 40 दिन से जारी इस हड़ताल की प्रमुख मांगो का समाधान नहीं कर रही है। जब सरकार वर्कर्स और हेल्पर्स को नोटिस देकर नौकरी से हटाने आदि देने के तमाम हथकंडे अपना चुकी है। और इनमे आंदोलनकारियों को डराने में विफल हो चुकी है। अब वह साजिश करके प्ले वे स्कूलों की ट्रेनिंग के नाम पर सभी वर्कर्स और हेल्पर्स की ट्रेनिंग करने जा रही है। यह बड़ा हास्यास्पद है। कि जब आंगनवाड़ी केन्द्र और स्कूल बंद हैं। ऐसे समय में स्कूलों में 50-60 के ग्रुप को बुलाना सवाल खड़े करता है। सरकार हड़ताल खत्म करवाने हेतु इस प्रकार के कदम उठा रही है। इस साजिश को प्रदेश की आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स सफल नहीं होने देंगी।
यूनियन नेताओं ने सरकार से कहा है। कि वह 2018 की घोषणाओं को लागू करे ताकि वर्कर्स और हेल्पर्स अपने काम पर लौट सकें।यूनियन की जिला सचिव मालवती एवम् जिला कोषाध्यक्ष सीमा ने सभी वर्कर्स और हेल्पर्स से अपील की है। कि वे प्ले वे स्कूलों की ट्रेनिंग का बहिष्कार करें। यूनियन आज से लगातार भाजपा और जेजेपी के नेताओ के घरों और कार्यालयों के सम्मुख जाकर प्रदर्शन करेगी। यह कार्रवाई तब तक जारी रहेगी जब तक सरकार मांगो को लागू नहीं कर देती है। यूनियन की मुख्य मांग है कि मुख्यमंत्री के द्वारा 29 दिसंबर को किए गए समझौते को ज्यों का त्यों लागू किया जाए। वर्ष 2018 में की गई घोषणा के अनुसार वर्कर के वेतन में 15सौ रुपए की बढ़ोतरी और सहायिकाओं के वेतन में 750 रुपए की बढ़ोतरी लागू की जाए। आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों को रिटायरमेंट के सभी लाभ दिए जाएं। महंगाई भत्ते की किस्त प्रदान की जाए। आईसीडीएस की योजना का निजीकरण नहीं किया जाए। वरिष्ठता के आधार पर वर्कर से सुपरवाइजर पदोन्नत किए जाएं।
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