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वास्तुकार निहित स्वार्थों के चलते भवन प्लानांे का अनुमोदन स्वीकृत नियमों के अनुसार नहीं कर रहे हैं - निगमायुक्त

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 12 January 2022 0 comments
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 फरीदाबाद 12 जनवरी 2022। निगमायुक्त यशपाल यादव ने इंडियन इन्सटीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ दिनांक 11 जनवरी, 2022 को कैम्प कार्यालय में बैठक की। बैठक में निगमायुक्त द्वारा उपस्थित वास्तुकारांे को अवगत कराया कि उनके द्वारा  होबपास पोर्टल के माध्यम से जो स्व-प्रमाणन नीति के तहत भवन प्लान का अनुमोदन किया जा रहा है उनमें अनेक प्रकार कि त्रुटियां पाई जा रही हैं, वास्तुकार अपने निहित स्वार्थों के चलते भवन प्लानांे का अनुमोदन स्वीकृत नियमों के अनुसार नहीं कर रहे हैं तथा साथ ही उनके द्वारा देय शुल्कों का भवन प्लान के अनुमोदन के समय भुगतान नही किया जा रहा है जिससे निगम को वित्तीय हानि हो रही है। उन्हांेने वास्तुकारांे को चेताया कि नगर निगम सभी प्रकार के अवैध निर्माणों पर कार्यवाही करने जा रहा है तथा उसे उल्लगंनकर्त्ता वास्तुकारों के विरूद्ध भी कोई कार्यवाही करने में झिझक नही होगी। आयुक्त महोदय ने वास्तुकारांे से अनुरोध किया कि भवन प्लान का अनुमोदन करते समय वह जोनिंग प्लानों के प्रावधानांे का, स्थापित भवन नियमों का,  स्टैण्डर्ड डिजाइन के प्रावधानों का पालन तथा देय शुल्कों का भुगतान करना सुनिश्चित करें। वास्तुकारों द्वारा यह सुझाव दिया गया कि भवन प्लान जमा करते समय क्या-2 डोक्यूमेन्ट तथा फीस सबमिट करनी हैं होबपास पोर्टल पर स्पष्ट नही हैं यदि नगर निगम स्टैण्डर्ड डिजाइन की प्रतिलिपियां होबपास पोर्टल पर अपलोड कर देता है तो वह भवन प्लान का अनुमोदन करते समय उनको भी संज्ञान में ले लेंगे तथा एचएसवीपी व एचएसआईआईडीसी के पोर्टल पर कुछ भवन प्लान अनुमोदन करने बारे कंट्रोल स्थापित किये हुये हैं। अतः उन्ही कंट्रोलों को होबपास पोर्टल पर भी लागू करना उचित होगा जिससे कि किसी प्रकार की विसंगती से बचा जा सके।

निगम आयुक्त द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि वास्तुकार प्रथम अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लायें तथा भवन नियमों का अनुपालन करते हुये सभी देय शुल्कांे का भुगतान करके भवन प्लान का अनुमोदन प्राप्त करें। होबपास पोर्टल बारे जो सूझाव दिये जा रहे हैं उनका अध्ययन करने के पश्चात् उन्हें भी लागू किया जायेगा।
आयुक्त महोदय ने यह भी संज्ञान में लाया कि वास्तुकार केवल भवन प्लान का अनुमोदन प्राप्त करते हैं तथा निर्माण कार्य के समय उसका निरिक्षण नहीं करते जिससे कि भवन मालिकों द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित वास्तुकारांे को आमंत्रित करते हुये कहा कि वह नगर निगम का सहयोग करें तथा भवन प्लान अनुमोदन के पश्चात् किये गये सभी अवैध निर्माणकर्त्ताओं को चिन्हित करने में निगम का सहयोग करंे। नगर निगम द्वारा उन्हें इस प्रयोजन के लिए अधिकृत किया जायेगा व ऐसे उल्लंघनकर्त्ताआंे से फीस प्राप्त कर नगर निगम में कम्पाउंडबाल व गैर-यौगिक निर्माण का विवरण देते हुये संरचना शुल्क का निर्धारण करते हुए निर्मित चित्र के रूप में व यह घोषणा भी दंे कि उन द्वारा किया गया सर्वे व लगाया गया शुल्क नियामानुसार है तथा सूचना उपलब्ध करवाये जिससे कि नगर निगम सभी उल्लंघनकर्त्ताओं को नोटिस जारी कर उनसे किये गये उल्लंघनों की राशि वसूल कर सके। नगर निगम किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण बर्दाशत नही करेगा व उल्लंघनकर्त्ताओं व वास्तुकारों के खिलाफ भी नियामानुसार कार्यवाही जरूर अमल में लायेगा।


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